Breaking : JSSC-CGL पेपर लीक के बीच JSSC अध्यक्ष ने दिया बड़ा जवाब…

Ranchi : JSSC ऑफिस के 100 मीटर की परिधि में धारा 163 लागू, इस दिन तक...

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Ranchi : JSSC-CGL की परीक्षा में उठ रही पेपर लीक के अफवाहों के बीच JSSC की ओर से आज प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है। इस दौरान जेएसएससी के अध्यक्ष प्रशांत कुमार मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इस परीक्षा में कुल 6 लाख 39 हजार 900 वैध आवेदन प्राप्त हुए। इस दौरान राज्यभर के 823 परीक्षा केंद्रों पर कुल 10917 कक्ष में हुए थे।

पुराने परीक्षा ने जो समस्या आई थी आयोग ने इस पर मंथन कर SOP जारी किया उसी SOP को देख कर एग्जाम किया गया था। 12 प्रश्न पत्रों का गुच्छा बनाकर उसे एनवेलप में सील किया गया था। सभी एनवेलप को मेटल लॉक में सील किया गया था। इस दौरान स्ट्रॉन्ग रूम में सीसीटीवी कैमरा और दंडाधिकारी को नियुक्त किया गया था। ट्रक्स को निकाल कर स्ट्रग रूम में रखा गया और ट्रिपल निगरानी में उसे खोला गया था।

Breaking : पदाधिकारियों की मौजूदगी में खोला गया था स्ट्रांग रुम

परीक्षा के दिन स्ट्रॉन्ग रुम एक समय पर खोला गया जहां सभी पदाधिकारी मौजूद थे। चाभियां भी सील अवस्था में थी। मेटल ट्रक परीक्षा के आधे घंटे पहले ही खुल सकते थे और सभी जगह सीसीटीवी कैमरा लगाए गए थे। परीक्षा केंद्र में सुप्रीटेंडेंट और वरीय अधिकारी ही थे। इस दौरान कुल 15236 कैमरा लगाए गए थे। 5 उम्मीदवारों की उपस्थिति में पेपर को खोला गया था। परीक्षा के दौरान 20 लाख प्रश्न पत्र छपे थे।

Breaking : प्रश्न पत्र की डिजिटल कोडिंग की गई है

बच्चो के द्वारा कुछ बाते लाई गई है जिसमें कहा गया है कि ओएमआर में जो सीरियल नंबर लिखा रहता है और बुकलेट नंबर में जो सीरियल नंबर रहता है वो अलग था। लेकिन इन दोनो के मिलान में कोई आवश्यकता नहीं है, हमारे पास ये भी व्यवस्था है की सब्जेक्ट कोड या कुछ गलती हुई है तो इस बार जब प्रिंटिंग हुई है उसमें डिजिटल कोडिंग की गई है।

इससे यह पता चलेगा कि कौन बच्चे है और कौन से केंद्र से हैं। हर प्रश्न पत्र की डिजिटल कोडिंग की गई है। प्रश्न पत्र में कहीं नही लिखा हुआ है कि यह परीक्षा किस पर्पस से हो रहा है। कुछ बच्चो ने कहा कि क्वेश्चन पेपर सील नहीं थे तो 20 लाख क्वेश्चन बनाए गए तो कोई सील नहीं हुआ होगा, यह कोई परेशानी की बात नहीं है। पेपर लीक का इससे कोई खतरा नहीं है।

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