डिजीटल डेस्क : Breaking – कोलकाता निर्भया कांड पर अभिषेक बनर्जी ने तोड़ी चुप्पी, बोले – रेप के मामले में बने कठोर कानून, 50 दिनों में दोषी को दंडित करने का हो प्राविधान। पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल कांड पर गुरूवार को चुप्पी तोड़ी।
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पूरे मामले पर उनकी खामोशी को अभी तक पूरे मामले में हो रही कार्रवाई के खिलाफ गंभीर नाराजगी माना जा रहा था। गुरूवार एक्स हैंडल पर अभिषेरक ने कहा कि ‘राज्य सरकार को चाहिए कि वह केंद्र सरकार पर दुष्कर्म, दुराचार या रेप जैसी गंभीर घटनाओं के लिए कठोरतम कानून बनाए। कानून ऐसा बने मे जिसमें दोषी को 50 दिनों में चिन्हित कर दंडित करने का प्राविधान हो’।
चर्चा थी कि अभिषेक अपनी बुआ के फैसलों से सहमत नहीं थे…
बता दें कि आरजी कर अस्पताल की घटना होने के बाद से सांसद अभिषेक बनर्जी की चुप्पी पर लगातार सियासी हलके मे चर्चा जोरों पर थी कि इसवह अपनी बुआ से भी नाराज हैं।
मूल घटना के विरोध गत दिनों आधी रात को कोलकाता की सड़कों पर उतरीं महिलाओं के प्रतिवाद जुलूस और नुक्कड़ सभाओं के कार्यक्रम की आड़ में आरजी कर में कुछ उत्पातियों की भीड़ की ओर से मचाए गए तांडव के बाद अभिषेक बनर्जी ने दो लाइन का बयान जरूर दिया था लेकिन वह कोलकाता पुलिस के लिए निर्देश सरीखा था लेकिन उसके बाद से वह लगातार मौन साधे हुए थे।
लगातार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक के एक फैसले का लोगों में पड़ते उल्टे असर लेकर भी माना जा रहा था कि अंदरखाने अभिषेक बनर्जी अपनी बुआ और उनके सलाहकारों की सोच से सहमत नहीं हैं एवं उसी कारण उन्होंने बुआ और उनके करीबियों के फैसले पर कुछ भी न बोलना तय किया है।

अभिषेक ने लगातार हो रहे रेप सरीखे संगीन अपराध पर जताई चिंता
अब गुरूवार की सुबह सांसद अभिषेक बनर्जी ने एक्स हैंडल पर आरजी कर अस्पताल की घटना को लेकर अपने विचार साझा किए।
सुप्रीम कोर्ट में गुरूवार को राज्य सरकार और सीबीआई ने अपने स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर दिए हैं और मुख्य न्यायाधीश की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय खंडपीठ उसकी सुनवाई कर रही है। इस बीच अभिषेक बनर्जी का पूरे मामले पर की गई टिप्पणी को काफी अहम माना जा रहा है।
अभिषेक ने एक्स पर आगे लिखा है कि, ‘आरजी कर अस्पताल में मेडिकल छात्रा के रेप और मर्डर की घटना के बाद 10 दिनों से जहां पूरे देश में लोग नाराजगी जाहिर कर रहे हैं, विरोध प्रकट कर रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पूरे देश में एक के बाद एक लगातार दुष्कर्म की घटनाएं सामने आ रही हैं।
भारत के विभिन्न राज्यों में इस दौरान 100 से अधिक ऐसी घटनाएं होने की सूचना है। ऐसे में इतना सब करने के बाद भी ऐसे अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने की दिशा में अभी तक कोई ठोस और दीर्घकालिक समाधान नहीं निकाला जा सका है । ’