Breaking : कोलकाता निर्भया कांड की मृतका का नाम खुलासा करने पर पूर्व भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी हुईं तलब, अफवाह फैलाने वाले 70 को नोटिस

लॉकेट चटर्जी

डिजीटल डेस्क: Breakingकोलकाता निर्भया कांड की मृतका का नाम खुलासा करने पर पूर्व भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी हुईं तलब। आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बीते 8 अगस्त को रेप और मर्डर का शिकार हुई छात्रा का नाम जगजाहिर करने के आरोपों में कोलकाता पुलिस ने भाजपा की पूर्व सांसद लॉकेट चटर्जी को तलब किया है।

लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय की ओर से इस संबंध में पूर्व सांसद को नोटिस दिया गया है लेकिन पूर्व भाजपा सांसद ने ऐसे किसी भी नोटिस के मिलने से इंकार किया है और बताया कि कोलकाता पुलिस की ओर से उनतक कोई ऐसी नोटिस नहीं पहुंची है और ना ही कोई पत्रक मिला है।

लॉकेट चटर्जी ने एक बार सोशल मीडिया पर किया था मृतका के नाम का जिक्र

कलकत्ता हाईकोर्ट गत शुक्रवार को इस बारे में चेता चुका है कि इस घटना के संबंध में मृतका की पहचान को किसी भी रूप में उजागर ना किया जाए, अन्यथा की सूरत में कानूनी कार्रवाई करने को विवश होना पड़ेगा।

इस बीच कोलकाता पुलिस ने भी घटना के संबंध में लगातार फैल रहे अफवाहों के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए जनसामान्य से अपील कर रखी है कि किसी भी रूप में दुष्कर्म की शिकार पीड़िता का परिचय का खुलासा न किया जाए और पीड़िता की पहचान व निवास स्थान के बारे में पूरी गोपनीयता बरती जानी चाहिए अन्यथा की सूरत में ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

बताया जा रहा है कि हुगली से पूर्व सांसद और भाजपा नेत्री लॉकेट चटर्जी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर घटना के बाद एक बार मृत छात्रा के नाम का उल्लेख कर दिया था और रविवार तीसरे पहर कोलकाता पुलिस ने लालबाजार स्थित पुलिस मुख्यालय में उसी परिप्रेक्ष्य में उन्हें तलब किया है।

पूर्व सांसद लॉकेट बोलीं – आरजी कर घटना में भी पुलिस ने ऐसी तत्परता क्यों नहीं दिखाई

इस बारे में खुद पूर्व सांसद लॉकेट चटर्जी ने भी कुछ नहीं छुपाया। रविवार को कोलकाता पुलिस की ओर से तलब किए जाने पर उन्होंने कहा कि, ‘पुलिस की ओर से तलब किए जाने के बाबत मुझे कोई पत्रक नहीं मिला है। शुरू में एक बार गलती से अपने एक्स हैंडल पर मेरी ओर से पीड़िता का नाम पोस्ट हो गया था लेकिन उसके तुरंत बाद अपनी गलती समझ आते ही उस पोस्ट को ही डिलीट कर दिया था।

लेकिन मेरा असली कहना यह है कि जो तत्परता इस मामले में पुलिस मेरे सरीखे सत्ता विरोधी दल के नेताओं के खिलाफ दिखा रही है, वही तत्परता आरजी कर वाली घटना में दिखाती तो मामला इतना नहीं बिगड़ता।

तृणमूल कांग्रेस की हुगली से मौजूदा सांसद रचना बंदोपाध्याय सोशल मीडिया पर इस घटना पर रोने-पीटने का नाटक करते हुए लगातार मृतका का नाम उजागर कर रही हैं लेकिन पुलिस उनको कुछ नहीं कह रही क्योंकि उनके उस प्रलाप को कोलकाता पुलिस सुनना ही नहीं चाह रही।

इन सियासी बातों को छोड़िए, असली बात यह है कि सभी इस घटना में पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं और वह उस परिवार को मिलना चाहिए’।

पूर्व भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी
पूर्व भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी

आरजी कर वाली घटना को लेकर अफवाह फैलाने वाले 70 को नोटिस जारी

कोलकाता पुलिस ने आरजी कर अस्पताल में गत 8 अगस्त को हुई मेडिकल छात्रा के रेप और मर्डर की घटना को लेकर लगातार लोगों के बीच फैल रही तमाम तरह के किस्सों पर गंभीर संज्ञान लिया है।

सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से अफवाह फैलाने वाले ऐसे 70 लोगों को कोलकाता पुलिस ने चिन्हित भी किया है और उन्हें अपने सोशल मीडिया एकाउंट से नोटिस भी जारी कर दिया है।

पुलिस का कहना है कि जो भी अफवाह फैलाए जा रहे हैं, उनमें से अधिकांश में तनिक भी सच्चाई नहीं है और उससे लोगों में भय व आतंक का अनकहा माहौल बन रहा है।

पुलिस ने इन आधारहीन अफवाहों में से कुछ का जिक्र भी खुलकर किया है – ‘मौके से 150 मिली वीर्य मिला, इससे दुष्कर्मियों की संख्या 30 तक होने की आशंका, मृतका के कंधे की हड्डियां और पेल्विक हड्डियां टूट गईं, मृतका के दोनों पैर बीच 90 डिग्री के कोण पर चीर दिए गए इत्यादि’।

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