डिजीटल डेस्क : Breaking – कोलकाता निर्भया कांड की जांच को पहुंची राष्ट्रीय महिला अधिकार आयोग की टीम। गत शुक्रवार से ही सुर्खियों में छाए कोलकाता निर्भया कांड पर सोमवार को लगातार अपडेट जारी हैं। घटना के संबंध में कलकत्ता हाईकोर्ट में 3 जनहित याचिकाएं दायर होने के साथ ही उनकी सुनवाई मंगलवार को मुख्य न्यायाधीश की अगुवाई वाली खंडपीठ में होनी तय हो गई।
साथ ही मृत मेडिकल छात्रा के निवास पर दोपहर पौने एक बजे उत्तर 24 परगना पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मामले की जांच में जुटी कोलकाता पुलिस को रविवार तक केस सुलझाने को कहा है, अन्यथा केस की जांच सीबीआई को सुपुर्द करने का ऐलान भी कर दिया।
इसी के साथ तीसरे पहर राष्ट्रीय महिला अधिकार आयोग की टीम पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता पहुंच गई है। टीम यहां मेडिकल छात्रा के हुए जघन्य कृत्य की जांच के संबंधी जरूरी इनपुट्स जुटाना चाह रही है ताकि पूरे प्रकरण की जानकारी आयोग के मुख्य पीठ के समक्ष रखी जाए।
मृत मेडिकल छात्रा के घर जाएगी आयोग की टीम, कल आरजी कर अस्पताल भी जाएगी
मिली जानकारी के मुताबिक, कोलकाता निर्भया कांड वाली घटना की जांच की जमीनी हकीकत और घटना संबंधी अभी तक सामने आए तथ्यों को जाने के लिए राष्ट्रीय महिला अधिकार आयोग ने अपनी दो सदस्यीय टीम को कोलकाता भेजा है। टीम के दोनों सदस्य तीसरे पहर कोलकाता एयरपोर्ट पर उतरे और वहां से वे सीधे लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्लाय को रवाना हुए।
पुलिस मुख्लाय में कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल एवं अन्य उच्चाधिकारियों के साथ ही मामले की जांच कर रही एसआईटी के सदस्यों से भी आयोग के दोनों सदस्य मिलेंगे। टीम के सदस्यों के प्रयास यही है कि सोमवार को ही देर-सबेर उत्तर 24 परगना भी जाया जाए एवं वहां मृत छात्रा के परिवारवालों से मुलाकात की जाए।
विशेष तौर पर टीम के सदस्य मृत छात्रा के बदहवास माता-पिता से मिलकर उनके विचारों और बयानों को लिपिबद्ध करना चाह रहे हैं ताकि घटना के संबंध में सभी पक्ष आयोग के सामने रहें। साथ ही बताया गया है कि टीम के दोनों सदस्य मंगलवार को उस आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल भी जाएंगे जहां छात्रा पढ़ रही थी।
वहीं पर चिकित्सकीय प्रशिक्षण के क्रम में नाइट ड्यूटी पर चेस्ट विभाग की ओर से चौथी मंजिल पर तैनात थी एवं वहीं पीड़ित छात्रा के साथ पूरा वाकया गुजरा था। साथ ही अस्पताल में टीम के सदस्य मृत छात्रा के सहपाठियों से भी मिलेगी एवं उनकी मांगों के साथ ही घटना के संबंध में भी उनका बयान लेगी।

ममता की दो टूक – तय समयसीमा में केस को हल करें अन्यथा सीबीआई करेगी जांच
उत्तर 24 परगना में कोलकाता निर्भया कांड की पीड़िता के परिजनों से मिलकर निकलीं मुख्यमंत्री चिंतित मुद्रा में दिखीं। पूरे मामले पर उपजी कानून व्यवस्था की स्थिति और कोलकाता से लेकर देश की राजधानी दिल्ली तक हो रहे इस मामले की गूंज से सियासी तौर पर स्वाभाविक परेशानी उनके हावभाव से साफ झलक रही है।
हालांकि, वह खुद संवेदनशील मामलों में हमेशा की तरह ही इस बार भी जनभावनाओं के साथ ही खुद को गहराई से जोड़ते हुए खड़ी हैं। ममता बनर्जी ने छात्रा के साथ हुई घटना को जघन्य और अमानवीय बताते हुए दोषी के लिए फांसी की सजा की मांग की है।
सोमवार को मृत छात्रा के घर से निकलने के बाद मीडिया से मुखातिब होते ही ममता बनर्जी बोलीं- ‘पहले ही कह चुकी हूं कि यह बर्बर और जघन्य होने के साथ क्रूर अमानवीय घटना है। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। हमारी पुलिस गहनता से मामले की जांच में जुटी है लेकिन दूसरी ओर प्रदर्शन कर जूनियर डॉक्टरों की नाराजगी और मांगें भी जायज हैं। जांच में सामने आ रहे सारे तथ्य यथासंभव साझा भी किए जा रहे हैं। गत शनिवार को पुलिस को 4 दिनों में दोषी को गिरफ्तार कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेश कर फांसी की सजा की मांग करते हुए केस दायर करने को कहा था। अब भी सोच वही है। जांच जारी है और सभी उद्वेलित हैं। ऐसे में जनभावनाओं को भी ध्यान में रखते हुए जांच में जुटी कोलकाता पुलिस के अधिकारियों को साफ कर दिया है कि अगले रविवार तक मामले को हल कर दें और हर रहस्य से परदा उठाएं नहीं तो फिर पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी जाएगी’।
कोलकाता निर्भया कांड पर कलकत्ता हाईकोर्ट में 3 पीआईएल दायर, कल सुनवाई
कलकत्ता हाईकोर्ट में सोमवार की सुबह अदालती कामकाज शुरू होते ही गत शुक्रवार तड़के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पलात में द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा के रेप एवं मर्डर केस यानी कोलकाता निर्भया कांड को लेकर याचिकाएं दायर होने को पहुंचीं।
इनमें 3 जनहित याचिकाएं भी रहीं जिन्हें हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति टीएस शिवज्ञानम एवं हिरण्यमय भट्टाचार्य की खंडपीठ ने स्वीकार कर लिया है। साथ ही बताया है कि इन याचिकाओं पर खंडपीठ मंगलवार को सुनवाई शुरू करेगी।
मुख्य न्यायाधीश की अगुवाई वाली खंडपीठ करेगी मामले की सुनवाई
सोमवार को हाईकोर्ट का कामकाजी दौर शुरू होते ही वरिष्ठ वकीलों का एक समूह मुख्य न्यायाधीश की अगुवाई वाले खंडपीठ के समक्ष पहुंचा और कोलकाता निर्भया कांड को लेकर अपनी दलीलें रखीं। वकील फिरोज एडूलजी, तापस भंज, कौस्तुभ बागची और तरुण ज्योति तिवारी ने आरजी कर अस्पताल में द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा के हुए जघन्य कृत्य एवं नृशंस हत्या की ओर खंडपीठ का ध्यान आकृष्ट किया।
चारों ही वकीलों ने इस प्रसंग में अपनी-अपनी ओर से जनहित याचिका दायर करने के साथ ही इस व्यापक जनहित वाले मसले पर यथीशीघ्र सुनवाई करने की खंडपीठ से अपील की। उस पर मुख्य न्यायाधीश दायर याचिकाओं का अवलोकन करते हुए टिप्पणी की कि इस प्रसंग में सभी याचिकाओं की सुनवाई होगी एवं सुनवाई कल से ही यानी मंगलवार से शुरू होगी।

सीबीआई या ऐसी एजेंसी से जांच की मांग जिस पर राज्य सरकार का प्रभाव न हो
बाद में खंडपीठ की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, कोलकाता निर्भया कांड के नाम से इस समय देश में सुर्खियों में छाए आरजी कर मेडिकल अस्पताल कांड पर कुल 3 जनहित याचिकाएं सुनवाई के लिए स्वीकार कर ली गई हैं। इनमें से एक याचिका में इस पूरी घटना का निरपेक्ष एजेंसी से जांच कराने की मांग की गई है।
याचिकार्ता का कहना है कि सीबीआई या अन्य किसी ऐसी एजेंसी को जांच की जिम्मेदारी दी जाए जिस पर राज्य सरकार का सीधे को प्रभाव न हो या राज्य सरकार की पहुंच न हो। यही नहीं, याचिकाकर्ताओं ने इस जघन्य आपराधिक कांड में लिप्त रहे लोगों को निष्पक्ष जांच के द्वारा सामने लाने एवं त्वरित निष्पादन करते हुए दोषी को दंडित करने की मांग की है।
याचिकाकर्ताओं की मांग है कि इस बारे में हाईकोर्ट जरूरी दिशानिर्देश भी जारी करे। साथ ही सभी सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगवाने की भी मांग की गई है। इसी क्रम में यह भी मांग जोड़ी गई है कि अस्पतालों के प्रत्येक तल के मेन गेट पर अनिवार्य रूप में अच्छे कंडीशन में चालू सीसीटीवी कैमरे लगवाने का भी आदेश दिया जाए।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आई थी मृत छात्रा से हुई दरिंदगी
गत शुक्रवार को चार पन्नों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, महिला डॉक्टर के गुप्तांग से खून बह रहा था। शरीर के अन्य हिस्सों में चोट के निशान थे। उसकी दोनों आंखों और मुंह से खून बह रहा था। चेहरे और नाखून पर चोट के निशान थे। उसके पेट, बाएं पैर, गर्दन,दाएं हाथ,अनामिका उंगली और होंठों पर भी चोट के निशान थे।
अपराध गत शुक्रवार तड़के 3 से 6 बजे के बीच हुआ था और मृत महिला डॉक्टर की गर्दन भी टूटी पाई गई है। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने महिला डॉक्टर का रेप किया और उसके बाद उसकी गला घोंटकर हत्या की।
उस दौरान महिला डॉक्टर ने बहुत संघर्ष करने का प्रयास किया लेकिन असफल रही। मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) कर रही है और प्रथम दृष्ट्या लाश को देखकर लगा कि आरोपी ने हैवानियत की सारी इंतहा पार कर दी थी।
