Monday, September 29, 2025

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Breaking: कोलकाता निर्भया कांड से नाराज जूनियर डॉक्टरों की दो टूक- चार मांगें मानी जाएं तभी लौटेंगे काम पर, पहुंचे पुलिस – प्रशासनिक उच्चाधिकारी

डिजीटल डेस्क : Breaking  – कोलकाता निर्भया कांड से नाराज जूनियर डॉक्टरों की दो टूक- चार मांगें मानी जाएं तभी लौटेंगे काम पर, पहुंचे पुलिस – प्रशासनिक उच्चाधिकारी। कोलकाता निर्भया कांड के रूप में तेजी से सुर्खियों में छाए कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गत शुक्रवार तड़के द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा के नृशंस रेप और मर्डर की घटना से नाराज जूनियर डॉक्टरों ने तीसरे दिन रविवार को भी चिकित्सकीय सेवाएं ठप रखीं।

साथ ही पुलिस – प्रशासन से दो टूक कह दिया कि उनकी चार मांगें न माने जाने तक वे काम पर नहीं लौटेंगे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन जूनियर डॉक्टरों की नाराजगी को जायज ठहरा चुकी हैं और रविवार को प्रदर्शनकारी नाराज जूनियर डॉक्टरों की घोषणा की सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासनिक उच्चाधिकारी हरकत में आ गए। वे आनन-फानन में आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे।

आरजी कर अस्पताल बना पुलिस छावनी, नाराज जूनियर डॉक्टरों का धरना तीसरे दिन भी जारी

आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचने वाले राज्य के उच्चाधिकारियों में मुख्य सचिव वीपी गोपालिक, कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल आदि शामिल हैं। इसके अलावा कोलकाता पुलिस के आला खुफिया अधिकारी भी सादे वेश में पहले से डेरा डाले हुए हैं। अतिरिक्त पुलिस बल को यहां तैनात किया गया है।

बताया जा रहा है कि किसी भी अप्रिय स्थिति को टालने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा चौकसी की व्यवस्था की गई है। अस्पताल परिसर में जूनियर डॉक्टरों ने आपातकालीन चिकित्सकीय सेवाओं का भी बहिष्कार कर दिया है। ऐसे में अस्पताल में आम लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है।

कार्ड देखकर ही परिसर में दाखिल होने दिया जा रहा है। खुफिया विभाग की ओर से रेप और मर्डर की हुई घटना के संबंध में अलग-अलग कोण से  जांच जारी है और उसी क्रम में अभी भी तथ्यात्मक साक्ष्य जुटाने का काम जारी है।

प्रदर्शनकारी डॉक्टरों की मांग – प्रमाण सहित आरोपी दंडित किया जाए, दी जाए फांसी, जांच के अपडेट से नियमित अवगत कराया जाए

इस बीच रविवार को धरनारत आरजी कर मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने अपनी चार सूत्री मांगों का एक पत्रक मीडिया, राज्य सरकार, पुलिस एवं प्रशासन के लिए जारी किया है। इसमें कहा गया है कि पहली मांग है कि आरोपी की गिरफ्तार किया जाए, उसके खिलाफ प्रामाणिक साक्ष्यों की जांच को पुष्ट कराते हुए उसके खिलाफ कोर्ट में केस दायर हो और दोषी को फांसी की सजा देने की मांग की जाए।

साथ ही सीसीटीवी फुटेज में घटना के संबंध में मिले फुटेज और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मिले तथ्यों को आंदोलनकारी मेडिकल छात्र-छात्राओं से बिना किसी लुकाछिपी के साझा किया जाए। दूसरी मांग है कि लिखित रूप में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रिंसिपल, सुपरिंटेंडेंट, चेस्ट विभागाध्यक्ष एवं संबंधित पुलिस हलके के एसीपी को क्षमा मांगते हुए मौजूदा पद से इस्तीफा देना होगा।

तीसरी मांग है कि बिना कोई पल गंवाए पीड़त परिवार को राज्य सरकार की ओर आर्थिक अनुग्रह राशि दी जाए एवं चौथी मांग है कि घटना की जांच की अपडेट नियमित रूप से आंदोलनकारी मेडिकल छात्र-छात्राओं को दी जाती रहे।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज पहुंचे कोलकाता पुलिस उच्चाधिकारी
आरजी कर मेडिकल कॉलेज पहुंचे कोलकाता पुलिस उच्चाधिकारी

मृत छात्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आई थी उससे हुई दरिंदगी, गुस्से में साथी जूनियर डॉक्टर

चार पन्नों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, महिला डॉक्टर के गुप्तांग से खून बह रहा था। शरीर के अन्य हिस्सों में चोट के निशान थे। उसकी दोनों आंखों और मुंह से खून बह रहा था। चेहरे और नाखून पर चोट के निशान थे। उसके पेट, बाएं पैर, गर्दन,दाएं हाथ,अनामिका उंगली और होंठों पर भी चोट के निशान थे।

अपराध गत शुक्रवार तड़के 3  से 6 बजे के बीच हुआ था और मृत महिला डॉक्टर की गर्दन भी टूटी पाई गई है। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने महिला डॉक्टर का रेप किया और उसके बाद उसकी गला घोंटकर हत्या की।

उस दौरान महिला डॉक्टर ने बहुत संघर्ष करने का प्रयास किया लेकिन असफल रही। मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) कर रही है और प्रथम दृष्ट्या लाश को देखकर लगा कि आरोपी ने हैवानियत की सारी इंतहा पार कर दी थी।

14 दिनों के पुलिस रिमांड में आरोपी सिविक वालंटियर, चेहरे पर नहीं दिखा शिकन

आरजी कर मेडिकल कॉलेज के द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा की ड्यूटी के दौरान अस्पताल परिसर में ही चौथी मंजिल पर शुक्रवार तड़के रेप के बाद हुए मर्डर के मामले में गिरफ्तार आरोपी संजय रॉय को सियालदह कोर्ट ने शनिवार को 14 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया । इस मामले में कोर्ट पेश हुए सरकारी वकील ने घटना की गंभीरता बताने के क्रम में अदालत में इस घटना के कोलकाता का निर्भया कांड बताया।

कोर्ट में आरोपी की ओर से कोई भी अधिवक्ता पेश नहीं हुआ और सभी ने इस जघन्य घटना का विरोध किया है। गिरफ्तार आरोपी के चेहरे पर घटना को लेकर पछतावे का कोई भाव नहीं है और ना ही कोई शिकन है। कोर्ट में उसने जिरह के दौरान न्यायाधीश के समक्ष उखड़े अंदाज में कहा था कि फांसी देनी हो तो दे दे।

गिरफ्तार आरोपी संजय रॉय मानसिक तौर पर विकृत बताया जा रहा है और उसे घटनास्थल के पास के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर हुई कई घंटों की जांच के बाद पुलिस ने दबोचा था। संजय रॉय आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ही सिविक वालंटियर के रूप में कार्यरत है। घटना से पहले की गुरूवार रात करीब 11 बजे वह परिसर में दाखिल हुआ था जहां मृत छात्रा ड्यूटी पर थी।

मामले की जांच कर रही एसआईटी के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि दाखिल होने के बाद वह परिसर से घंटे भर में वापस बाहर को निकल गया। जांच में पुष्ट हुआ कि बाहर निकलने के बाद उसने आदतन शराब पी और शुक्रवार तड़के करीब पौने चार बजे फिर नशे की हालत में ब्लू टूथ वाला हेड फोन लगाए हुए परिसर में दाखिल हुआ।

करीब 35 मिनटों बाद सीसीटीवी वह फिर बाहर निकलता हुआ दिखा लेकिन उसके पास तब ब्लू टूथ वाला हेड फोन नहीं था जो कि बाद में घटनास्थल से बरामद हुआ था। उसी क्रम में पहले आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और काफी देर की हीलाहवाली के बाद साफ तौर पर उसने अपना अपराध कबूला तो शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

बहन का खुलासा – कोलकाता निर्भया कांड का आरोपी का हावभाव सिविक वालंटियर बनते ही बदल गया था

कोलकाता निर्भया कांड मामले में कोलकाता पुलिस के 14 दिन के रिमांड में भेजे गए आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सिविक वालंटियर संजय रॉय की बड़ी बहन ने मीडिया से खुलासा किया कि उसका (संजय रॉय) का हावभाव सिविक वालंटियर बनने के बाद से ही अचानक से काफी बदल गया था।

वह नशा करने लगा था और बेहिसाब शराब का सेवन करने लगा था। उसी कारण परिवारवालों के साथ उसका कोई विशेष नाता नहीं रह गया था। वह कब आता है या जाता है, उसकी भी सुध परिवार में कोई नहीं लेता था। आरोपी के अपराध के बारे में पूछे जाने पर उसकी बड़ी बहन ने कहा कि अत्यंत जघन्य जुर्म किया है जिसके बारे में टिप्पणी करने के लिए न तो शब्द हैं और ना ही कोई बोल या भाषा।

उसके पुलिस, प्रशासन और न्यायपालिका जो भी कठोरतम सजा दे क्योंकि उसने लोगों की रूह कंपा देने वाला जुर्म किया है और उसे कोई भी बर्दाश्त नहीं करेगा चाहे सगा ही क्यों ना हो। मोहल्ले के लोगों ने मीडिया को बताया कि आरोपी ने एकाधिक शादियां की थीं और उनमें एक भी पत्नी आरोपी के साथ इस समय नहीं थी। इस बारे में आरोपी की बड़ी बहन ने कुछ भी टिप्पणी करने से इंकार किया और कहा कि परिवार के लोग उसे नहीं देखना चाहते और उसका परिवार से कोई नाता नहीं है।

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