Breaking: कोलकाता के निर्भया कांड का आरोपी पुलिस रिमांड में, ममता ने की है फांसी की मांग, आरोपी के पक्ष में नहीं पेश हुआ कोई अधिवक्ता, पूरे बंगाल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में छात्रा की रेप के बाद हत्या की जांच में जुटी एसआईटी

डिजीटल डेस्क :  Breakingकोलकाता के निर्भया कांड का आरोपी पुलिस रिमांड में, ममता ने की है फांसी की मांग, आरोपी के पक्ष में नहीं पेश हुआ कोई अधिवक्ता, पूरे बंगाल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा की ड्यूटी के दौरान अस्पताल परिसर में ही चौथी मंजिल पर शुक्रवार तड़के रेप के बाद हुए मर्डर के मामले में गिरफ्तार आरोपी को सियालदह कोर्ट ने शनिवार को 14 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।

इस मामले में कोर्ट पेश हुए सरकारी वकील ने घटना की गंभीरता बताने के क्रम में अदालत में इस घटना के कोलकाता का निर्भया कांड बताया। कोर्ट में आरोपी की ओर से कोई भी अधिवक्ता पेश नहीं हुआ और सभी ने इस जघन्य घटना का विरोध किया है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद ही पुलिस को 4 दिनों में साक्ष्यों के साथ आरोपी को गिरफ्तार करके कोर्ट से आरोपी के लिए फांसी की सजा मांगने को कहा है। उन्होंने घटना से नाराज जूनियर डॉक्टरों के गुस्से को जायज ठहराया है और उनकी मांग के मुताबिक घटना की जांच संबंधित एजेंसी से भी कराने को राजी हैं लेकिन नाराज जूनियर डॉक्टरों के संगठन ने इस घटना के विरोध कोलकाता सहित पूरे राज्य में अपने कार्य बहिष्कार और हड़ताल की घोषणा कर दी है।

आरोपी के चेहरे पर शिकन नहीं, कोर्ट में बोला – फांसी देनी हो तो दे दो

कोलकाता पुलिस की ओर से आरजी कर मेडिकल कॉलेज की छात्रा की रेप के बाद हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी के चेहरे पर घटना को लेकर पछतावे का कोई भाव नहीं है और ना ही कोई शिकन है। कोर्ट में उसने जिरह के दौरान न्यायाधीश के समक्ष उखड़े अंदाज में कहा कि फांसी देनी हो तो दे दे।

गिरफ्तार आरोपी संजय रॉय मानसिक तौर पर विकृत बताया जा रहा है और उसे घटनास्थल के पास के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर हुई कई घंटों की जांच के बाद पुलिस ने दबोचा था। संजय रॉय आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ही सिविक वालंटियर के रूप में कार्यरत है।

घटना से पहले की गुरूवार रात करीब 11 बजे वह परिसर में दाखिल हुआ था जहां मृत छात्रा ड्यूटी पर थी। मामले की जांच कर रही एसआईटी के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि दाखिल होने के बाद वह परिसर से घंटे भर में वापस बाहर को निकल गया। जांच में पुष्ट हुआ कि बाहर निकलने के बाद उसने आदतन शराब पी और शुक्रवार तड़के करीब पौने चार बजे फिर नशे की हालत में ब्लू टूथ वाला हेड फोन लगाए हुए परिसर में दाखिल हुआ।

करीब 35 मिनटों बाद सीसीटीवी वह फिर बाहर निकलता हुआ दिखा लेकिन उसके पास तब ब्लू टूथ वाला हेड फोन नहीं था जो कि बाद में घटनास्थल से बरामद हुआ था। उसी क्रम में पहले आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और काफी देर की हीलाहवाली के बाद साफ तौर पर उसने अपना अपराध कबूला तो शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

मुख्यमंत्री बोलीं- घटना जघन्य है, आंदोलनरत जूनियर डॉक्टरों का गुस्सा वाजिब है, हम पर भरोसा न हो तो जिससे चाहें जांच कराने को तैयार

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए पल-पल के अपडेट पर खुद ही नजर रख रही हैं। उन्होंने आरजीकर मेडिकल कॉलेज में हुई इस घटना को जघन्य बताया है और घटना के बाद से ही आंदोलनरत तमाम सरकारी मेडिकल कॉलेजों के जूनियर डॉक्टरों के गुस्से को वाजिब भी ठहराया है।

कहा है कि अगर नाराज जूनियर डॉक्टरों को हमारी जांच पर भरोसा नहीं हो तो फिर वे जिस जांच एजेंसी से चाहें, हम उसी से इस घटना की जांच कराने को तैयार है। हम चाहते हैं कि इस मामले में ऐसा न्याय हो और दोषी को ऐसा दंड मिले  कि भविष्य में ऐसे अपराध के बारे में सोचने वाले की भी रूह कांप जाए।

इस बीच, शनिवार को सियालदह कोर्ट में घटना के संबंध में आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए सरकारी वकील ने कहा कि यह घटना काफी नृशंस श्रेणी की है और आरंभिक तौर में इसमें दिल्ली के निर्भया कांड सरीखी हैवानियत होने के संकेत मिले हैं।

कोलकाता में मेडिकल छात्रा के साथ हुई घटना से गुस्से में हैं सीएम ममता बनर्जी, अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश
कोलकाता में मेडिकल छात्रा के साथ हुई घटना से गुस्से में हैं सीएम ममता बनर्जी, अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश

ममता बनर्जी बोलीं  –आरोपी को हो फांसी, घटना से नाराज जूनियर डॉक्टरों का गुस्सा जायज

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस दहलाने वाली घटना के संबंध में कहा कि  जूनियर मेडिकल छात्रा के साथ हुई इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन और गुस्सा जायज है।

वे जिस भी जांच एजेंसी पर भरोसा कर सकें, राज्य सरकार इस मामले की उसी से जांच कराने को तैयार है ताकि सच सामने आए और दोषी को ऐसा दंड मिले कि वह नजीर बने। सीएम ममता ने कहा कि इस घटना के संबंध में फास्ट ट्रैक कोर्ट में फांसी की मांग करना उचित होगा।

ममता बनर्जी बोलीं – ‘आरजी कर मेडिकल अस्पताल में जूनियर महिला डॉक्टर के साथ हुई अमानवीय और पैशाचिक घटना के बारे में पूरा ब्योरा जानने के बाद से मन काफी व्यथित है। ऐसा लग रहा है कि मानों अपने परिवार के ही किसी को खो बैठी हूं। इस घटना का कभी कोई समर्थन नहीं कर सकता। जूनियर डॉक्टर जो विक्षोभ प्रदर्शन कर रहे हैं, वह तर्कसंगत है। मैं निजी तौर पर प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों की बातों, मांगों और भावनाओं से सहमत हूं।’

ममता बोलीं – दोषियों को 4 दिनों में पकड़कर कोर्ट में पेश कर फांसी की सजा की मांग करे पुलिस

सीएम ममता ने कहा कि अपने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को इस घटना के संदर्भ ने कड़ा निर्देश दिया है कि दोषियों को चिन्हित कर 3 से 4 दिन में फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस दर्ज कराएं। हां, पुलिस – प्रशासनिक टीमों को भी स्पष्ट कर दिया है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला दायर करते समय दोषी के लिए फांसी की मांग अपनी ओर से जरूर करें ताकि भविष्य में कोई फिर ऐसे अपराध का साहस न कर पाए।

मुख्यमंत्री ममता ने कहा कि वह निजी तौर पर शुरू से ही फांसी के खिलाफ रही हैं लेकिन कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं जिनमें दंड निर्धारण के क्रम में ऐसा नजीर भी पेश किया जाना जरूरी हो जाता है ताकि आगे से कोई भी ऐसी अमानवीय, पैशाचिक कृत्य के बारे में भी सोचे तो उसकी रुह कांप जाए।

इसी क्रम में ममता बनर्जी ने बताया कि गत शुक्रवार को झाड़ग्राम के दौरे पर थीं। वहां से कोलकाता लौटने के क्रम में घटना की जानकारी मिली तो तुरंत मृत छात्रा के परिवारवालों से संपर्क किया। छात्रा की माता-पिता से बात हुई है और उनकी मनोदशा को लेकर क्या ही कहा जाए…।

मृत छात्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आई उसके साथ हुई दरिंदगी, गुस्से में साथी जूनियर डॉक्टर

चार पन्नों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, महिला डॉक्टर के गुप्तांग से खून बह रहा था। शरीर के अन्य हिस्सों में चोट के निशान थे। उसकी दोनों आंखों और मुंह से खून बह रहा था। चेहरे और नाखून पर चोट के निशान थे। उसके पेट, बाएं पैर, गर्दन,दाएं हाथ,अनामिका उंगली और होंठों पर भी चोट के निशान थे।

अपराध गत शुक्रवार तड़के 3  से 6 बजे के बीच हुआ था और मृत महिला डॉक्टर की गर्दन भी टूटी पाई गई है। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने महिला डॉक्टर का रेप किया और उसके बाद उसकी गला घोंटकर हत्या की।

उस दौरान महिला डॉक्टर ने बहुत संघर्ष करने का प्रयास किया लेकिन असफल रही। मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) कर रही है और प्रथम दृष्ट्या लाश को देखकर लगा कि आरोपी ने हैवानियत की सारी इंतहा पार कर दी थी।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ हुई घटना के बाद नाराज जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ हुई घटना के बाद नाराज जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी।

जूनियर डॉक्टरों का हंगामा और निकाला कैंडल मार्च

वीडियोग्राफी के साथ मृत डॉक्टर के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। उसकी प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यौन उत्पीड़न के बाद हत्या किए जाने की पुष्टि हुई है। पुलिस ने अब टाला पुलिस थाने में मामला दर्ज किया है । ट्रेनी डॉक्टर चेस्ट रोग चिकित्सा विभाग की द्वितीय वर्ष की छात्रा थी और गत गुरुवार की रात ड्यूटी पर तैनात थी।

रात को एक जूनियर डॉक्टर के साथ खाना खाने के बाद वह सेमिनार हॉल में थोड़ी देर रेस्ट करने गई थी। उसके बाद वह शुक्रवार सुबह तक नहीं लौटी और बाद में वह सेमिनार हॉल में अर्धनग्न और चोटिल हालत में मिली थी। शुक्रवार दिन भर हंगामा चला।

पुलिस ने पहले इसे आत्महत्या बताया लेकिन अर्धनग्न शरीर की हालत कुछ और ही बयां कर रही थी। धरना-प्रदर्शन, हुआ। हंगामा और बवाल हुआ। शुक्रवार रात को कैंडल मार्च भी निकाला गया था।

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