पं.बगाल से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. कलकत्ता हाईकोर्ट के जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने अपने पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय अपने पद से इस्तीफ देने के बाद राजनीति में कदम रखेंगे और अगर उन्हें टिकट दिया जाता है तो आगामी लेकसभा का चुनाव भी लड़ेंगे.अभिजीत गंगोपाध्याय के राजनीति में कदम रखने से पं बंगाल की राजनीति में कई बड़े बदलाव होने की आशंका जताई जा रही है.
जज के रूप में मेरा कार्यकाल समाप्त हो गया है : जस्टिस गंगोपाध्याय
अपने इस्तीफे का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि मेरी आत्मा मुझसे कह रही है कि जज के रूप में मेरा कार्यकाल समाप्त हो गया है. अगर राजनीति में मौका मिलेगा तो मैं राजनीतिक क्षेत्र में जा सकता हूं. अभिजीत गंगोपाध्याय ने एक इंटरव्यू में कहा कि चार मार्च उनका आखिरी वर्किंग डे होगा. वह कलकत्ता हाई कोर्ट में एलॉट किए गए मामलों की सुनवाई पूरी करेंगे और फिर इस्तीफा देंगे.
इस्तीफा देने का कारण क्या है ?
मीडिया को दिए इंटरव्यू में जस्टिस गंगोपाध्याय से इस्तीफे का कारण बताय़ा. उन्होंने कहा कि मौजूदा सत्ताधारी पार्टी (TMC) के कई लोगों ने मुझे चुनौती दी है. उन्होंने मुझे यह निर्णय लेने के लिए मजबूर किया. मैं इसके लिए सत्तारूढ़ दल को बधाई देना चाहता हूं. उन्होंने यह भी कहा कि ‘राज्य बेहद बुरे दौर से गुजर रहा है. यहां चोरी और लूट का राज चल रहा है। एक बंगाली होने के नाते मैं इसे स्वीकार नहीं कर सकता. मुझे नहीं लगता कि राज्य के वर्तमान शासक लोगों के लिए कोई अच्छा काम कर सकते हैं ‘
किस पार्टी से जुड़ेंगे
जस्टिस गंगोपाध्याय ने इस्तीफे की बात तो सार्वजनिक कर दी है लेकिन उन्होंने अब तक ये स्पष्ट तौर से नहीं बताया है कि वे किस पार्टी का दामन थामेंगे. उन्होंने कहा कि मैं वामपंथी दलों, कांग्रेस या भाजपा में से किसी में भी शामिल होकर लोकसभा चुनाव लड़ सकता हूं.
जस्टिस गंगोपाध्याय के इस्तीफे के ऐलान पर टीएमसी के राज्य प्रवक्ता देबांगशु भट्टाचार्य ने कहा कि हम लंबे समय से कह रहे हैं कि वह एक राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता हैं, हमें सही साबित करने के लिए हम आज उन्हें धन्यवाद देते हैं. वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी गंगोपाध्याय का स्वागत करेगी. वह भ्रष्टाचार के खिलाफ एक योद्धा हैं. अगर वह कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं तो हम उनका गर्मजोशी से स्वागत करेंगे. वह एक फाइटर हैं. अगर वह बीजेपी में शामिल होते हैं, तो वैचारिक रूप से हम उनका समर्थन नहीं कर सकते.
हालांकि सूत्रों की मानें तो न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय गुरुवार तक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं और अंतिम समय में किसी भी बदलाव को छोड़कर तामलुक सीट के लिए बीजेपी उन्हें लोकसभा टिकट दे सकती है.