जननायक की 100वीं जयंती में शामिल हुए मुख्यमंत्री

पटना : भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जंयती के अवसर पर जदयू द्वारा वेटनरी कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए। जदयू नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्यक्रम की शुरुआत में भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, यह बड़ी खुशी की बात है। आज यहां लाखों की संख्या में आपलोग आए हुए हैं। करीब दो लाख लोग यहां मौजूद हैं और रास्ते में भी बड़ी संख्या में लोग हैं। मैं जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की जंयती पर आयोजित सभी कार्यक्रमों में हिस्सा लेता हूं। मैं समस्तीपुर में उनके गांव भी गया। उनके घर जाकर उनके परिवार के लोगों से मिलता हूं। वहां सभी धर्मों के लोग पूजा-पाठ करते हैं, यह देख बड़ा अच्छा लगता है।

आज उनके 100वें जन्मदिवस के अवसर पर उन्हें भारत रत्न प्रदान किया गया है, यह बड़ी खुशी की बात है। वर्ष 2007 से वर्ष 2023 तक हर साल हमलोग उन्हें भारत रत्न देने का अनुरोध करते रहे चाहे कांग्रेस की सरकार रही हो या फिर एनडीए की लेकिन आज केंद्र की सरकार ने उन्हें भारत रत्न प्रदान किया जिसके लिए मैं केंद्र सरकार के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी बधाई देता हूं। रामनाथ ठाकुर को भी प्रधानमंत्री ने फोन कर बधाई दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमलोगों ने जननायक कर्पूरी ठाकुर के कार्यों को आगे बढ़ाया है लेकिन आजकल लोग परिवारवाद को आगे बढ़ाते हैं। जब जननायक कर्पूरी ठाकुर का देहावसान हो गया तब हमलोगों ने उनके सुपुत्र रामनाथ ठाकुर को आगे बढ़ाया। उन्हें पार्टी में स्थान दिया, मंत्री बनाया, सांसद बनाया। आजकल बहुत लोग अपने परिवार को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं लेकिन जननायक ने कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया और उन्हीं से सीख लेते हुए हमने भी अपने परिवार को कभी आगे नहीं बढ़ाया। देश में पहली बार पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग को जोड़कर आरक्षण दिया गया।

जननायक कर्पूरी ठाकुर ने ही पहली बार वर्ष 1978 में पिछड़ा वर्ग को आठ प्रतिशत और अति पिछड़ा वर्ग को 12 प्रतिशत आरक्षण दिया। अति पिछड़ा वर्ग ज्यादा गरीब है और उनकी संख्या भी ज्यादा है। जननायक के कार्यों को हमें हमेशा याद रखना है। उन्होंने ही पहली बार बिहार में शराबबंदी लागू की लेकिन समय से पहले ही उन्हें पद से हटा दिया गया, फिर शराबबंदी भी खत्म हो गई। पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग का कल्याण होना चाहिए। उनके निधन के बाद से ही हमलोग कार्यक्रम करते आ रहे हैं। जिस सरकारी आवास में जननायक कर्पूरी ठाकुर रहते थे उसे आज भी संग्रहालय के रूप में सुरक्षित रखा गया है। मुख्यमंत्री रहते हुए जननायक कर्पूरी ठाकुर ने शिक्षा के क्षेत्र में काफी काम किया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया, डॉ. भीमराव आंबेडकर, लोक नायक जयप्रकाश नारायण और जननायक कर्पूरी ठाकुर के विचारों पर चलनेवाले लोग हैं। हमको मौका मिला तो हमने उन्हीं लोगों के कार्यों को आगे बढ़ाया है। शिक्षा, स्वास्थ्य हर क्षेत्र में विकास का काम करवाया है। सड़क, पुल के साथ ही हर घर बिजली पहुंचा दी, हर घर नल का जल पहुंचा दिया गया है। हर घर तक पक्की गली-नाली का निर्माण करवाया गया। हर घर में शौचालय का निर्माण कराया गया। अगर खुले में शौच से मुक्ति मिल जाए और शुद्ध पेयजल का इंतजाम हो जाए तो आज होनेवाली 90 प्रतिशत बीमारियों से मुक्ति मिल जाएगी। टोलों को ग्रामीण सड़कों से जोड़ा गया। पंचायतों की शेष बची योजनाएं भी पूरी की जा रही हैं। सात निश्चय-2 के तहत विकास के कई काम कराए जा रहे हैं। जल-जीवन-हरियाली अभियान चलाया जा रहा है। जल-जीवन-हरियाली का मतलब है जल और हरियाली है तभी जीवन सुरक्षित है। सौर ऊर्जा का भी काम तेजी से चल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने जाति आधारित गणना का काम करवाया। इसमें जाति की गणना के साथ-साथ एक-एक परिवार की आर्थिक स्थिति का जायजा लिया गया। आरक्षण की सीमा को बढ़ाया गया। अनुसूचित जाति की आरक्षण सीमा को 20 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति का दो प्रतिशत, अत्यंत पिछड़ा वर्ग का 25 प्रतिशत और पिछड़ा वर्ग को 18 प्रतिशत का आरक्षण का लाभ दिया। 50 प्रतिशत से आरक्षण की सीमा को बढ़ाकर 65 प्रतिशत कर दिया गया। अपर कास्ट में आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को केंद्र सरकार द्वारा 10 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है जिसे हमलोगों ने भी अपने राज्य में लागू किया है। कुल मिलाकर आरक्षण की सीमा 75 प्रतिशत हो गई है। जाति आधारित गणना के बाद यह बात सामने आई कि सभी जाति, वर्ग, धर्म में गरीब परिवार है। इनकी संख्या 94 लाख है। हमलोग प्रत्येक गरीब परिवार को दो-दो लाख रुपया देंगे ताकि वे अपना कार्य कर सकें। जीविका स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से चलाई जा रही सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत दी जाने वाली एक लाख रुपए की राशि को बढ़ाकर दो लाख किया गया है।

हमलोग जननायक कर्पूरी ठाकुर के विचारों को आगे बढ़ा रहे हैं। हमलोग हमेशा कर्पूरी को याद रखते हैं। हम आप सब से आग्रह करेंगे कि आपस में प्रेम और भाईचारे के साथ रहिए। हिंदू-मुस्लिम सभी आपस में प्रेम से रहें। सभी लोग एक-दूसरे के हित के बारे में सोचें। जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती पर पार्टी के लोगों ने यहां कार्यक्रम रखा है जिसमें आप सबलोग उपस्थित हुए हैं, मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं। जननायक कर्पूरी ठाकुर के प्रति हमलोगों की श्रद्धा है, हम उनके परिवार की भी इज्जत करते हैं। पार्टी के सभी नेता यहां मौजूद हैं, मैं सभी का अभिनंदन करता हूं। हम राज्य के हित में काम करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। जननायक कर्पूरी ठाकुर के प्रति मैं अपनी श्रद्धांजलि निवेदित करता हूं।

कार्यक्रम में जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, जननायक कर्पूरी के सुपुत्र एवं राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर, जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, खाद्य, उपभोक्ता एवं संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, जदयू नेता मंगनी लाल मंडल, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा सहित अन्य मंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण, अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

अविनाश सिंह की रिपोर्ट

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