लखनऊ : विधानसभा में CM Yogi बोले -…किसी चुनौती के सम्मुख कभी झुके नहीं। विधानसभा में मंगलवार को बजट चर्चा में भाग लेते हुए CM Yogi आदित्यनाथ ने अपने 2 घंटे 12 मिनट के संबोधन के दौरान जहां सपा पर जमकर कर हमला बोला, वहीं बीते 8 सालों में बदली यूपी की तस्वीर का आंकड़ों के साथ बखूबी जिक्र किया।
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इसी क्रम में CM Yogi ने माहौल को हल्का-फुल्का बनाए रखने एवं अपनी गूढ़ को संदेश को संकेतों में ही सहज समझाने के लिए कविताओं की पंक्तियां उद्धृत कीं।
इसी भांति CM Yogi ने यूपी को ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी का बनाने वाले लक्ष्य का जिक्र करते हुए दिवंगत पूर्व पीएम स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की पंक्तियों को पढ़ा।
CM Yogi ने कहा कि –‘ …किंतु, अपनी ध्येय-यात्रा में हम कभी रुके नहीं हैं / किसी चुनौती के सम्मुख कभी झुके नहीं हैं। …हमारा तो आदर्श है सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे सर्वे संतु निरामया। इसका सबसे आदर्श उदाहरण आपके सामने है महाकुम्भ।
…45 दिन के इस आयोजन ने भारत की विरासत और विकास की एक अनुपम छाप न केवल भारत में, बल्कि दुनिया के सामने प्रस्तुत की है। क्या उसमें किसी के साथ कोई भेदभाव हुआ है। न जाति का भेद, ना क्षेत्र का भेद, ना मत और मजहब का भेद था।
…100 से अधिक देशों के लोग बड़ी श्रद्धा भाव के साथ आए। जो भी विकास और विरासत की इस अनुपम छटा का सहभागी बना वह अभिभूत होकर गया।’
CM Yogi : बजरंग बली की गदा है DBT…
इसी क्रम में CM Yogi ने आगे कहा कि – ‘…DBT (डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर) बजरंग बली की गदा है, जो भ्रष्टाचार और बेईमानी पर कठोर प्रहार कर रही है। समाजवादी पार्टी ने 20 करोड़ बेरोजगारी भत्ता बांटने के लिए 15 करोड़ रुपये खर्च कर दिए थे। लेकिन अब यूपी में 11 विभागों की 207 योजनाओं की धनराशि DBT के माध्यम से दी जा रही है।
इसमें 113 केन्द्रीय योजनायें और 94 राज्य सेक्टर की योजनायें हैं। DBT से 9 करोड़ 08 लाख से अधिक लोगों को 01 लाख 11 हजार 637 करोड़ रुपये से भुगतान किया गया। DBT ट्रांजेक्शन के कारण 10 हजार करोड़ की बचत की है।
अप्रैल 2000 से जून 2017 तक 3,303 करोड़ रुपये FDI आया था जबकि अप्रैल, 2017 से सितम्बर, 2024 तक 14 हजार 8 करोड़ रूपये से अधिक FDI आया है। यह बताता है कि प्रदेश सही दिशा में आगे बढ़ा है।
यही नहीं, सीडी (क्रेडिट डिपॉजिट) रेशियो भी 2016-17 में यह मात्र 46% पर अटक कर रह गया था जो कि अब 2024 में बढ़कर 61% हो गया है। नीति आयोग द्वारा राज्यों की राजकोषीय स्थिति के सम्बन्ध में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश को फ्रण्ट रनर की श्रेणी में रखा गया है।
इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2018-19 से वर्ष 2022-23 की अवधि में प्रदेश के समेकित ‘फिस्कल हेल्थ इण्डेक्स’ में 8.9 अंकों का इजाफा हुआ है। व्यय की गुणवत्ता में व्यापक सुधार हुआ है, वर्ष 2018 से 13 की अवधि में पूँजीगत व्यय, कुल व्यय के 14.8 प्रतिशत से 19.3 प्रतिशत के मध्य रहा।
इस अवधि में यह अनुपात देश के प्रमुख राज्यों के औसत अनुपात से अधिक रहा। देश के सभी राज्यों की स्वयं के कर की प्राप्तियों में उत्तर प्रदेश का अंश वर्ष 2022-2023, 2023-2024 एवं 2024-2025 में क्रमशः 9.9 प्रतिशत, 10.5 प्रतिशत एवं 11.6 प्रतिशत रहा जो महाराष्ट्र के उपरान्त देश में सर्वाधिक है।
उक्त वर्षों में सभी राज्यों में राजस्व प्राप्तियों के सापेक्ष ब्याज पर व्यय क्रमशः 12.6, 12.3 एवं 12.1 प्रतिशत रहा जबकि उत्तर प्रदेश में यह प्रतिशत 10.3, 9.4 एवं 8.9 रहा। सकल राज्य घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में सभी राज्यों की स्वयं के कर से प्राप्ति का औसत उक्त वर्षों में क्रमशः 6.5, 7.0 तथा 7.2 प्रतिशत रहा, जब कि उत्तर प्रदेश में यह अनुपात क्रमशः 7.6, 9.8 तथा 10 प्रतिशत रहा।’

CM Yogi : बरसत हरसत सब लखें, करसत लखे न कोय…
CM Yogi आदित्यनाथ ने आगे कहा कि –‘…बरसत हरसत सब लखें, करसत लखे न कोय / तुलसी प्रजा सुभाग से, भूप भानु सो होय। मतलब कि रामचरितमानस में श्रीराम जी भरत जी से कहते हैं कि हमें प्रजा से कर ऐसे लेना चाहिए, जैसे सूर्य लेता है।
…जैसे सूर्य समुद्र, नदी, तालाब से पानी लेता है लेकिन किसी को पता नहीं चलता। परन्तु जब वह बादलों के रूप में जरूरत की जगहों पर बरसता है तो सबको पता चलता है, खासकर जब जरूरत की जगह पर बरसता है तो सभी खुश हो जाते हैं।
…इसी प्रकार, सरकार को कर इस तरह से लेना चाहिए कि किसी को पता न चले, पीड़ा न हो। लेकिन जब उसी टैक्स का इस्तेमाल जनता के हित में खर्च हो, जैसे हाइवे बनें, पुल बनें, स्कूल-कालेज बनें, हास्पिटल बनें तो सबको पता चले।
…हमारी सरकार यही भाव लेकर काम कर रही है। 2016-17 में कुल राजस्व प्राप्तियां 02 लाख 56 हजार रुपये हुईं थीं। चालू वित्तीय वर्ष के जनवरी माह तक ही 4 लाख 10 हजार करोड़ से अधिक का राजस्व प्राप्त हो चुका है। यह निरन्तर आगे बढ़ेगा।
…कैपिटल एक्सपेंडिचर इकॉनमी की दिशा तय करता है। इससे उद्योग प्रोत्साहित होते हैं, सप्लाई चेन बेहतर होती है, निजी निवेश बढ़ता है और इन सबसे रोजगार का सृजन होता है। इस बजट में कुल व्यय में 2 लाख 25 हजार 561 करोड़ 49 लाख रुपये कैपिटल एक्सपेंडिचर सम्मिलित है (कुल बजट का लगभग 20.5 प्रतिशत)।
2016-2017 में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय मात्र 52,671 रुपये थी वर्ष 2023-2024 में 93,514 रुपये है। देश का सबसे बड़ा राज्य, सबसे अधिक संसाधन होने के बावजूद 1950 से 2017 तक प्रदेश की GSDP 12.75 लाख करोड़ तक पहुँच सकी।
2017 में जनता ने प्रधानमंत्री मोदी जी की नीतियों पर विश्वास जताया और आज 08 वर्षों में प्रदेश की GSDP दोगुना से अधिक होकर 2024-25 में 27.51 लाख करोड़ होने जा रही है।
देश की GDP में 9.2% हिस्सेदारी के साथ उत्तर प्रदेश, देश के अंदर दूसरे स्थान पर है। वर्ष 2023-2024 में भारत देश की GDP की वृद्धि दर 9.6 प्रतिशत है, जबकि उत्तर प्रदेश की वृद्धि दर 11.6 प्रतिशत रही है।’

CM Yogi : पाताल से भी लेकर आएंगे और अंसल को सजा दिलाएंगे
CM Yogi आदित्यनाथ अपने संबोधन के दौरान सपा पर सख्त दिखे। CM Yogi ने कहा कि – ‘…हर बुरे काम के साथ आपका (सपा का) का नाम जरूर जुड़ जाता है। अंसल तो सपा की ही उपज थी। अंसल ने एक भी होम बायर के साथ धोखा किया तो उसकी सारी संपत्ति जब्त कर लेंगे।
…पाताल से भी लेकर आएंगे और अंसल को सजा दिलाएंगे। पहले माफिया दौड़ाता था…पुलिस भागती थी, …माफिया को पुलिस सैल्यूट करती थी लेकिन अब उल्टा है…सब कायदे में है। यह वही प्रदेश है जहां पहले कोई निवेश करने नहीं आता था, आज निवेश का ड्रीम डेस्टिनेशन बन कर सामने आया है।
NCR में रीजनल रैपिड ट्रॉजिट सिस्टम का दिल्ली-गाजियाबाद मेरठ कॉरिडॉर संचालित है। कॉरिडॉर का निर्माण जून, 2025 तक पूरा हो जाएगा। कानपुर, मेरठ, मथुरा के इंफ्रास्ट्रक्चर को प्रयागराज की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।
होमगार्ड के जवान PRD स्वयंसेवक, ग्राम चौकीदार, शिक्षामित्र, बेसिक शिक्षा विभाग के अनुदेशक, अनुबन्धित अन्य कार्मिकों को 5 लाख रुपये तक की निःशुल्क चिकित्सा का लाभ दिया जाएगा। लखपति महिला योजना के अन्तर्गत 31 लाख से अधिक दीदियों का चिन्हित किया गया है तथा 2 लाख से अधिक महिलाएं लखपति की श्रेणी में आ चुकी हैं।
हम अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए गोमाता को सड़कों पर घूमने नहीं देंगे। महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से सीडलिंग का उत्पादन किया जा रहा है, जिससे लगभग 60 हजार महिलाओं को रोजगार मिला है।
…लखनऊ में 251 करोड़ की लागत से चौधरी चरण सिंह जी के सम्मान में एक सीड पार्क की स्थापना करने जा रहे हैं।’

‘यूपी में हमेशा से पोटेंशियल था…कर्महीनता थी, विजन नहीं था…’
अपने संबोधन में CM Yogi ने यूपी के सामर्थ्य का जिक्र करते हुए बीते 8 साल में आए बदलाव का जिक्र किया। CM Yogi ने कहा कि – ‘…उत्तर प्रदेश में हमेशा से पोटेंशियल था। क्षमता थी। प्रतिभा से लैस युवा शक्ति थी। …आकांक्षा थी।
…लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं थी, जिजीविषा नहीं थी, सोच नहीं था, विजन नहीं था। …कर्महीनता थी। ….उत्तर प्रदेश नीतिगत जड़ता का शिकार हो गया था। विकास तो प्राथमिकता में ही नहीं था।
…जब स्वयं का हित महत्वपूर्ण हो जाता है तो परमार्थ नहीं हो पाता। परमार्थ के लिए स्व से ऊपर उठना पड़ता है। गांव आत्मनिर्भर होगा तो जनपद आत्मनिर्भर होगा। जनपद आत्मनिर्भर होगा तो देश और प्रदेश आत्मनिर्भर होगा।
…अब लेबर फोर्स से इकॉनमिक फोर्स बन रहा है उत्तर प्रदेश। 4 जनवरी को मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान शुरू किया। अब तक 96 हजार युवाओं ने आवेदन किया, जिसमें से 76 हजार आवेदन बैंकों को प्रेषित करते हुए 16 हजार मामलों में ऋण स्वीकृत हो चुका है।
…अब तक 6 हजार ऋण वितरित किए जा चुके हैं। आउटसोर्सिंग कर्मियों को शोषण से मुक्त व्यवस्था देंगे। आउटसोर्सिंग निगम बनाकर सीधा उनके अकॉउंट में पैसा देंगे। देश के अंदर आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में 25 करोड़ और प्रदेश के अंदर 6 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आये हैं। इस पर विपक्ष को भी खुश होना चाहिए।
…संस्कृति भी इकॉनमिक ग्रोथ का माध्यम बन सकती है। प्रयागराज महाकुम्भ, अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि मंदिर और श्री काशीविश्वनाथ धाम कॉरीडोर ने यह सिद्ध किया है।’