कोलकाता: कोलकाता के सरकारी आरजी कर अस्पताल की स्नातकोत्तर प्रशिक्षु महिला चिकित्सक की हत्या के मामले में नई जानकारी सामने आई है, जिसने इस जघन्य अपराध के जांच में और पेचीदगियों को जोड़ा है। डॉ. सुवर्ण गोस्वामी, आल इंडिया फेडरेशन आफ गवर्नमेंट डाक्टर्स एसोसिएशन के अतिरिक्त महासचिव, ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर आधारित अपनी टिप्पणियों में दावा किया है कि मृतका के शरीर पर पाए गए चोटों और वीर्य के निशान यह दर्शाते हैं कि इस अपराध में एक से ज्यादा लोग शामिल थे।
पुलिस द्वारा पहले किए गए दावों को खंडित करते हुए डॉ. गोस्वामी ने बताया कि मृतका के शरीर में 150 मिलीग्राम वीर्य पाया गया, जो एक ही व्यक्ति का नहीं हो सकता। उनके अनुसार, यह संकेत करता है कि एक से अधिक लोगों ने दुष्कर्म किया था। इसके अतिरिक्त, मृतका के शरीर पर मिले कई चोटों के निशान एक क्रूर और हिंसक हमले की ओर इशारा करते हैं। मृतका के माता-पिता ने भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से हाई कोर्ट में इसी प्रकार का दावा किया था।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सीबीआई ने बुधवार को जांच शुरू कर दी है। दिल्ली से सीबीआई के अधिकारियों के साथ एम्स की मेडिकल टीम और फोरेंसिक विशेषज्ञ भी कोलकाता पहुंचे हैं। कुल 25 अधिकारियों की एक टीम इस मामले की जांच को तीन भागों में बांटकर कर रही है, जिसकी नेतृत्व एडिशनल डायरेक्टर कर रहे हैं।
इस जघन्य अपराध की जांच के लिए व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं, और पुलिस तथा सीबीआई की टीम लगातार इस केस में नई जानकारियों को एकत्रित कर रही है। इस हत्याकांड की जघन्यता और जटिलता को देखते हुए यह महत्वपूर्ण है कि मामले की हर पहलू की गहराई से जांच की जाए ताकि दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जा सके।