बोकारो: जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, चंदन कियारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक अमर कुमार बाउरी जनता के बीच अपने कामकाज का हिसाब दे रहे हैं। दो बार से विधायक और झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाउरी ने अपने 10 साल के कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण विकास कार्यों के दावे किए हैं। इनमें क्षेत्र में 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलेटिक्स स्टेडियम और अनुसंधान केंद्र की स्थापना तक के काम शामिल हैं। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में क्षेत्र के 65 गांवों में बिजली पहुंचाई गई और पावर ग्रिड सबस्टेशन बनवाया गया।
विधायक ने क्षेत्र में सड़क कनेक्टिविटी को भी सुधारने के दावे किए, विशेष रूप से चंदन कियारी के ग्रामीण इलाकों में। उन्होंने कहा कि गांवों को जोड़ने वाली सड़कों का निर्माण किया गया और बायपास शुरू किया गया। इसके अलावा, उन्होंने अटल और विवेकानंद पार्क जैसे नए प्रोजेक्ट शुरू किए और अधूरे पड़े इंजीनियरिंग कॉलेज को भी फिर से स्थापित करने का दावा किया।
हालांकि, जब क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में जाकर किसानों से बातचीत की गई, तो उनकी समस्याएं उजागर हुईं। कई किसानों ने शिकायत की कि सिंचाई के लिए बनाई गई नहरों का लाभ नहीं मिला। डैम से पानी की आपूर्ति अभी तक नहीं हो पाई है, जिससे किसानों को खेती में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, शहरी क्षेत्र में कुछ लोग विधायक के काम से संतुष्ट नजर आए, लेकिन बोकारो-जमशेदपुर को जोड़ने वाला पुल, जिसका निर्माण तीन साल पहले पूरा हो चुका है, अभी तक चालू नहीं हुआ है। जनता का कहना है कि इस पुल के चालू न होने से क्षेत्र में यातायात की समस्याएं बनी हुई हैं।
अमर कुमार बाउरी के 10 साल के कार्यकाल पर जनता की मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। कुछ लोगों ने उनके काम की सराहना की, जबकि कुछ को विकास कार्यों की धीमी गति से निराशा है। आगामी चुनाव में यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता उनके कामकाज पर क्या फैसला सुनाती है।