डिजीटल डेस्क : मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ खिलाफ FIR No. 255, कोलकाता के बऊबाजार थाना में हुआ दर्ज। केंद्रीय गृह मंत्री के गत दिनों पश्चिम बंगाल दौरे पर आयोजित जनसभा में उकसाने वाली शब्दावलियों का अपने भाषण में इस्तेमाल करने का आरोप दादा साहब फाल्के अवार्डी अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती पर लगा है।
केवल आरोप नहीं लगा है बल्कि लिखित रूप में इस बाबत कोलकाता पुलिस के बऊबाजार थाना में शिकायत भी दी गई है। उसी के आधार पर कोलकाता पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है और एफआईआर का नंबर 255 है।
FIR No. 255 को लेकर अभी पुलिस का एक्शन तय नहीं
FIR No. 255 के मामले में कोलकाता पुलिस क्या एक्शन ले या आरोपों के तहत सीधे निशाने पर आए दिग्गज अभिनेता के खिलाफ कैसी कार्रवाई हो, यह अभी कोलकाता पुलिस उच्चाधिकारी तय नहीं कर पाए हैं। यही नहीं, कोलकाता पुलिस ने दिग्गज अभिनेता के खिलाफ शिकायत-पत्र देने वाले का भी नाम गोपनीय रखा है।
कोलकाता पुलिस मुख्यालय से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि प्रकऱण हाई-प्रोफाइल है और सियासत से भी संबंधित है, ऐसे में पूरे मामले में काफी सजगता और तत्परता से आगे की कार्यवाही तय की जाएगा। तत्काल पुलिस ने इस संबंध में त्वरित कार्रवाई करने का संकेत नहीं दिया है लेकिन कहा है कि FIR No. 255 के मामले में क्या होना है, यह जल्द स्पष्ट हो जाएगा।

गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में दिए भाषण पर दिग्गज अभिनेता पर हुआ केस
बीते 27 अक्टूबर भाजपा के सदस्यता अभियान के क्रम में आयोजित एक सभा में दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती पहुंचे थे। उन्होंने अपने संबोधन में भरतपुर से तृणमूल विधायक व पूर्व आईपीएस हुमायूं कबीर के विवादित बयान पर खुलकर नाराजगी जाहिर की और उस पर तीखी टिप्पणी की। उस सभा में मंच पर उस समय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे।
उस संबोधन में मिथुन चक्रवर्ती ने तृणमूल विधायक हुमांयू कबीर के सांप्रदायिक और धार्मिक भेदभाव वाले खूनी धमकियों पर खुलकर अपनी बात रखी और धमकी देने वाले विधायक और उनके आका तक को चेता दिया था।

FIR No. 255 का आधार बने दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के उस भाषण को पढ़ें…
मिथुन चक्रवर्ती ने तब अपने संबोधन में कहा था – ‘गृह मंत्री के सामने ही कह रहा हूं कि जो भी करना हो, करूंगा। इसी सबकुछ में बहुत अर्थ छिपे हैं। (हुमायूं कबीर के बयान को संदर्भित करते हुए…) हमारे यहां के नेता कहते हैं कि 70 फीसदी मुसलमान और 30 फीसदी हिंदू…काटकर भागीरथी (गंगा नदी) में फेंक देंगे।
…सोचा कि उस आपत्तिजनक बयान पर मुख्यमंत्री उन्हें कुछ बोलेंगी…समझाएंगी कि ऐसी बातें न कही जाएं लेकिन वैसा कुछ हुआ नहीं।
…मैं मुख्यमंत्री नहीं हूं…लेकिन कह दे रहा हूं कि भागीरथी नदी हमारी मां है। इसीलिए काटकर भागीरथी में नहीं फेंकूंगा…. लेकिन तुम्हारी जमीं में तुम्हें गाड़ दूंगा।
…बार-बार कहा हूं कि ऐसे सदस्य चाहिए जो सब करने को तैयार हों…सीना चौड़ा कर सामने वाले से बोल सकें कि मार, कितनी गोली मारेगा, देखूं।
…रुपये लेकर काम करने वाले कार्यकर्ता नहीं चाहिए। ऐसा करना हो तो तृणमूल में चले जाएं। (धमकाने वाले तृणमूल नेताओं को चेताने वाले लहजे में…) मैं यहां कहकर जा रहा हूं कि अगर आप हमारे बागीचे का एक फल तोड़ेंगे तो हम आपके चार तोड़ेंगे…। यह सत्य है…नहीं तो जीत नहीं पाऊंगा।
…यह अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती नहीं बोल रहा…साल 1968 का 28 साल का मिथुन बोल रहा है…राजनीति किया हूं…खून की राजनीति की है…सब जानता हूं कि कौन कहां से क्या करेगा। आपका साथ चाहता हूं…साहस चाहता हूं…सीना चौड़ा करके आगे आना होगा’।
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