घाटशिला. पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता अर्जुन मुंडा ने शुक्रवार को पूर्वी सिंहभूम जिले में आयोजित प्रेस वार्ता में झारखंड सरकार पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राज्य की 25 वर्ष की यात्रा पूरी हो रही है, लेकिन सरकार इस महत्वपूर्ण पड़ाव को पूरी तरह भूल चुकी है। इस दौरान अर्जुन मुंडा ने झारखंड डीजीपी के इस्तीफे पर कहा, “यह साफ होना चाहिए कि डीजीपी ने दबाव में इस्तीफा दिया है या अपनी इच्छा से। सरकार को इस पर जवाब देना चाहिए।”
जल, जंगल, जमीन पर हमला जारी- पूर्व मुख्यमंत्री
अर्जुन मुंडा ने कहा, “झारखंड का गठन 2000 में हुआ था। आज जब राज्य अपनी 25वीं वर्षगांठ मना रहा है, तब सरकार को यह सोचना चाहिए था कि राज्य निर्माण के पीछे क्या प्रतिबद्धता थी। लेकिन मौजूदा सरकार ने इसे भूला दिया है।” उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड में जल, जंगल और जमीन पर लगातार हमला हो रहा है। आदिवासी परिवार अपने ही हक की जमीन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे पेच लगाए जा रहे हैं कि लोग अपनी ही जमीन वापस नहीं ले पा रहे। आदिवासी अपने ही घर में बेगाने बन गए हैं।
भ्रष्टाचार और अफसरशाही का बोलबाला- पूर्व मुख्यमंत्री
उन्होंने आगे कहा कि झारखंड सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है और अधिकारियों का पदस्थापन ही कमाई का जरिया बन गया है। इसका सीधा असर राज्य के आम नागरिकों पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा, “सरकार न योजनाएं चला पा रही है, न ही पेसा कानून को सही ढंग से लागू कर पा रही है।”
घाटशिला उपचुनाव से जनता देगी जवाब- पूर्व मुख्यमंत्री
अर्जुन मुंडा ने कहा कि आगामी घाटशिला उपचुनाव में जनता सरकार को उसके कामकाज का आईना दिखाएगी। यह चुनाव सरकार को यह बताने का माध्यम होगा कि झारखंड की जनता अब नाकाम सरकार को सत्ता में नहीं रहने देगी। सत्ता के नशे में यह सरकार जनता की आवाज को कुचल रही है। मुंडा ने यह भी घोषणा की कि भाजपा आगामी बिरसा मुंडा जयंती को पूरे राज्य में बड़े स्तर पर मनाएगी। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा के आदर्शों को अपनाना ही सच्चे अर्थों में झारखंड को मजबूत बनाने का मार्ग है।
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