पूर्व विधायक ने कहा- तालिबानी भाषा का उपयोग करने वालों के लिए लोकतंत्र में स्थान नहीं

सहरसा : राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने जब से सदन में ठाकुर का कुआं कविता पढ़ा है। तब से बिहार सहित अन्य प्रदेश में जातीय राजनीतिक सियासी उथल पुथल मची हुई है। इसी कड़ी में आज सहरसा शहर के शंकर चौक स्थित महादेव मंदिर प्रांगण में गांधी जयंती एवं लाल बहादुर शास्त्री के जयंती पर पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना ने समरसता सत्याग्रह उपवास का आयोजन किया और शिवहर से राजद के विधायक और पूर्व सांसद आंनद मोहन पर तालिबानी भाषा बोलने का आरोप लगाया।

विधायक ने बताया कि सदन में ऐसे कविता को पढ़ने की कोई जरूरत नही थी और न ही उसी दल के विधायक और पूर्व सांसद को ऐसे तालिबानी भाषा का उपयोग करने की जरूरी थी। उन्होंने बताया कि गोली मार देना, गरदन काट लेना जैसे शब्दों का उपयोग करने वालों को लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है। हालांकि उन्होंने बताया कि आज के समरसता सत्याग्रह उपवास का उद्देश्य ही है कि सभी लोग एक हैं। बिहार को जातीय समीकरण में तीस चालीस वर्षों से लुटा गया है यहां न ही एक फैक्ट्री है न ही एक इंडस्ट्री है यहां से प्रत्येक दिन मजदूर पलायन कर रहे हैं।

राजीव कुमार झा की रिपोर्ट

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