रांची: जेएसएससी द्वारा आयोजित सहायक आचार्य नियुक्ति परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। शॉर्टलिस्टेड सैकड़ों अभ्यर्थियों को बायोमेट्रिक मिसमैच के कारण डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन से बाहर कर दिया गया, जिससे उनके भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। नाराज अभ्यर्थियों का कहना है कि वर्षों बाद आई इस भर्ती में चयन होने के बावजूद सिर्फ बायोमेट्रिक न मिलने से उन्हें प्रक्रिया से बाहर किया जा रहा है।
डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान अभ्यर्थियों का तीन बार बायोमेट्रिक लिया गया था, क्योंकि परीक्षा तीन पेपर में हुई थी। एक मामले में एक ही अभ्यर्थी का तीन अलग-अलग बायोमेट्रिक रिकॉर्ड मिला, जिससे डमी कैंडिडेट के एग्जाम देने की आशंका भी जताई जा रही है।
टेट सफल सहायक अध्यापक संघ ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक से मिलकर मांग की कि जिन अभ्यर्थियों का बायोमेट्रिक मिसमैच हुआ है, उनका डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन शपथ पत्र के आधार पर किया जाए। निदेशक ने आश्वासन दिया है कि अभी तक किसी का आवेदन रिजेक्ट नहीं किया गया है और इस मामले पर जल्द निर्णय लिया जाएगा।
मिसमैच से प्रभावित अभ्यर्थियों ने जेएसएससी को आवेदन देकर कहा है कि कक्षा 1 से 5 के लिए चयनित उम्मीदवारों में कई ऐसे हैं जिनके तीन में से सिर्फ एक पेपर में बायोमेट्रिक नहीं मिला, फिर भी उन्हें वेरिफिकेशन से रोका गया है।