डिजीटल डेस्क : CJI के तौर पर आखिरी कार्यदिवस पर बोले न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ – शनिवार से वादों की सुनवाई नहीं कर पाउंगा लेकिन मैं संतुष्ट…। रिटायरमेंट से पहले सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ के लिए शुक्रवार को कोर्ट में वाद-सुनवाई का अंतिम कार्यदिवस रहा।
अंतिम कार्यदिवस अपने न्यायमूर्ति वाली कुर्सी पर बैठक कुछ भावपूर्ण मुद्रा में भी दिखे CJI डीवाई चंद्रचूड़। बोले –‘ …कल शनिवार से वादों की सुनवाई नहीं सकूंगा।…लेकिन मैं संतुष्ट हूं’।
रविवार को खत्म हो रहा CJI डीवाई चंद्रचूड़ का कार्यकाल…
CJI के तौर पर न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ का कार्यकाल इसी रविवार 10 नवंबर को खत्म हो रहा है। शनिवार और रविवार को अवकाश होने के चलते शुक्रवार को उनका अंतिम कार्यदिवस रहा। शुक्रवार को अंतिम बार उन्होंने न्यायिक वादों की सुनवाई की। इनमें अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को अल्पसंख्यक दर्जा दिए जाने संबंधी वाद भी शामिल था।
अंतिम दिन न्यायिक वादों की सुनवाई के लिए न्यायालय में बतौर CJI पहुंचे न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि –‘…मुझसे जब पूछा गया था कि विदाई समारोह कितने बजे शुरू किया जाए तो जवाब दिया था कि अपराह्न 2 बजे। सोचा था कि तब तक सारे काम निपटा चुका रहूंगा।
…बाद में ख्याल आया कि क्या 2 बजे लोग कार्यक्रम में आ पाएंगे?…हालांकि उस ख्याल के विपरीत अच्छी-खासी संख्या में लोग आए हैं…’।

न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ के बाद सोमवार से न्यायमूर्ति संजीव खन्ना होंगे नए CJI…
बता दें कि न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) का कार्यभार 9 नवंबर 2022 को संभाला था। उससे पहले वर्ष 2016 में वह सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति बनाए गए।
सुप्रीम कोर्ट में बतौर न्यायमूर्ति अपने 8 वर्ष के कार्यकाल में डीवाई चंद्रचूड़ ने बहुतेरे मामलों की सुनवाई की। इनमें से कई ज्वलंत मुद्दों से संबंधित और समाज व देश से व्यापक गहराई से जुड़े संवेदनशील मामले भी रहे। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद पर डीवाई चंद्रचूड़ के बाद न्यायमूर्ति संजीव खन्ना कार्यभार संभालेंगे।

न्यायमूर्ति संजीव खन्ना बोले – डीवाई चंद्रचूड़ ने न्यायमूर्ति के तौर पर जो किया, वह अतुलनीय…
नए होने वाले CJI न्यायमूर्ति संजीव खन्ना के बारे में सेवानिवृत्ति से पहले अपने विदाई समारोह में CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि – ‘…न्यायमूर्ति संजीव खन्ना के हाथों में न्याय व्यवस्था सुरक्षित रहेगी, ऐसा मेरा दृढ़ विश्वास है। …यही नहीं, वह (न्यायमूर्ति संजीव खन्ना) एक योग्य अगुवा (लीडर) हैं।…हां, यदि कोर्ट में मैंने किसी को चोट या दुख पहुंचाया हो तो उसके लिए कृपा करके क्षमा करें…’।
इसके बाद होने वाले CJI संजीव खन्ना ने अपने संबोधन में CJI डीवाई चंद्रचूड़ का जिक्र किया। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना बोले – ‘…मैं कभी न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ की कोर्ट में हाजिर नहीं हो सका या रह सका।…लेकिन न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ ने अपने कर्मजीवन में जो किया है, वह अतुलनीय है…’।
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