कोलकाता निर्भया कांड अपडेट : अस्पताल में तांडव मचाने वाले 19 गिरफ्तार लेकिन घटनाक्रम पर नाराज हाईकोर्ट ने ममता सरकार पर दागे सवाल, जवाबी हलफनामा मांगा

जनार्दन सिंह की रिपोर्ट

कोलकाता : कोलकाता निर्भया कांड अपडेट – अस्पताल में तांडव मचाने वाले 19 गिरफ्तार लेकिन घटनाक्रम पर नाराज हाईकोर्ट ने ममता सरकार पर दागे सवाल। आरजी कर अस्पताल में गत 8 अगस्त को मेडिकल छात्रा के रेप और मर्डर के मामले बीते बुधवार की आधी रात को महिलाओं के आंदोलन की आड़ में हुए अस्पताल में घंटे पर चले तांडव पर पुलिस एक्शन में है।

शुक्रवार सुबह तक 19 बलवाइयों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इस बीच पूरे मामले पर कलकत्ता हाईकोर्ट ने फिर गंभीर संज्ञान लेते हुए राज्य की सत्तारूढ़ ममता बनर्जी सरकार पर दनादन सवाल दाग दिए हैं। साथ ही पूरे मामले पर राज्य सरकार से हलफनामा देते हुए अपना पक्ष रखने को कहा है।

कोलकाता निर्भया कांड अपडेट  : हाईकोर्ट की दो टूक – मृत छात्रा का नाम और फोटो प्रचारित ना करें, कार्रवाई होगी

आरजी कर अस्पताल में बीते बुधवार की आधी रात को उत्पातियों के तांडव और बेहिसाब तोड़फोड़ को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट में नए सिरे से याचिकाएं दायर हुईं तो उन पर शुक्रवार की सुबह मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवज्ञानम और हिरण्मय भट्टाचार्य ने सुनवाई शुरू की।

खंडपीठ ने मामले की सुनवाई शुरू करते ही सभी से अनुरोध किया कि – ‘मृत मेडिकल छात्रा को जानन वालों से भी अनुरोध है कि किसी भी दशा में मृतका का नाम और फोटो ना दिखाएं और ना ही प्रचारित करें।

सोशल मीडिया और मीडिया के अन्य कोई माध्यम, सभी के लिए यही कहना है कि मृतका का नाम और फोटो प्रचारित ना करें। ऐसा करना सर्वथा अनुचित है और कानूनी तौर पर इसकी मनाही है।इसका उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई होनी लाजिमी है, इसलिए सभी से इसके बारे में अनुरोध किया जा रहा है’।

कोलकाता निर्भया कांड अपडेट : हाईकोर्ट ने सीबीआई को और आजादी जबकि सरकार पर दागे सवाल

हाईकोर्ट की खंडपीठ ने सीबीआई को इस मामले में तनिक और आजादी देते हुए कहा कि बुधवार आधी रात को हुए तांडव में हुई क्षति का ब्योरा खंगाले और आकलन करें कि कौन सा हिस्सा कितना क्षतिग्रस्त हुआ है।

राज्य सरकार को हाईकोर्ट ने इस बारे में हलफनामा के रूप में अपना पक्ष दाखिल करने को कहा है एवं जवाब मांगा है कि ‘बताएं कि कितने दिनों में हालात सामान्य होंगे?’ साथ  ही आरजी कर अस्पताल में मचे तांडव को लेकर हाईकोर्ट ने पुलिस की भूमिका पर गहरा असंतोष जाहिर किया है।

कोलकाता निर्भया कांड अपडेट :

खंडपीठ ने कहा कि, ‘पुलिस बलवाइयों से खुद को नहीं बचा पा रही और जनता को सुरक्षा नहीं दे पा रही तो कानून व्यवस्था की सुरक्षा कैसे करेगी? जरा इस बारे में भी बताएं’।

बीते बुधवार को आरजी कर अस्पताल में चले तांडव का नजारा।
कोलकाता निर्भया कांड अपडेट : बीते बुधवार को आरजी कर अस्पताल में चले तांडव का नजारा।

खंडपीठ ने पूछा – इतनी हड़बड़ी में क्यों है सरकार? घटनास्थल पर अचानक मरम्मत क्यों?

खंडपीठ के सवाल यहीं नहीं थमे। मुख्य न्यायाधीश ने राज्य सरकार से दो टूक लहजे में जानना चाहा कि ‘आरजी कर अस्पताल के चौथी मंजिल के चेस्ट विभाग के जिस सेमिनार रूम में मृतका के साथ पूरा वाक्या हुआ, उस सेमिनार रूम में अचानक मरम्मत और उसके लिए तोड़फोड़ क्या जरूरत आ पड़ी? सेमिनार रूम से सटे हिस्से में तोड़फोड़ का मकसद क्या था?

इतनी हड़बड़ी किस बात की है? इस बारे में राज्य सरकार अपना जवाब हलफनामे में दे। अगर राज्य सरकार का दावा है कि मूल घटनास्थल से कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है और वह जस का तस पूरी तरह सुरक्षित है तो उसके लिए भी अपना पक्ष राज्य सरकार अपने हलफनामे में ही दे’।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज की छात्रा की मौत के खिलाफ प्रदर्शन
कोलकाता निर्भया कांड अपडेट : आरजी कर मेडिकल कॉलेज की छात्रा की मौत के खिलाफ प्रदर्शन

पिता बोले – न्याय चाहिए, मुआवजा नहीं, घंटों के इंतजार पर मिला था बेटी की निर्वस्त्र लाश

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की मृत छात्रा के पिता ने पूरे मामले पर शुरू हुई सियासत से गहरे पीड़ा है। भावुक अपील करते हैं कि मूल मामले से न भटका जाए और मृत बेटी के साथ जो भी हुआ, उसके लिए केवल न्याय की बात होनी चाहिए और उसी दिशा में सभी काम करें तो बेटी की आत्मा को सकून मिलेगा।

उन्होंने इस मामले में सरकार की ओर से दिए जाए आर्थिक अनुदान या मुआवजा की रकम लेने से साफ मना कर दिया है। भावुक लहजे में उन्होंने शुक्रवार को कहा कि हमें न्याय चाहिए और अगर नर पिशाचों के हाथों जघन्य कृत्य के चलते दम तोड़ देने वाली मेधावी बेटी की मौत का मुआवजा या आर्थिक अनुदान ले लिया तो उसकी दिवंगत आत्मा को भी काफी पीड़ा होगी और वह दुखी होगी।

कोलकाता निर्भया कांड अपडेट :

इसी क्रम में उन्होंने कहा कि सीबीआई के अधिकारी उनसे आकर मिले थे और आश्वस्त किया है कि आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी कर कानूनी कार्रवाई के तहत कठोरतम दंड दिलवाएंगे। बता दें कि सीबीआई की एक टीम बीते गुरूवार को पीड़िता के घर गई थी और उसके परिवार से बातचीत की थी और उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिया था।

मृतका के माता-पिता का आरोप है कि घटना के दिन बेटी की लाश देखने के लिए भी उन्हें घंटों तक इंतजार करते रहना पड़ा था और सीएम ममता बनर्जी के सीधे हस्तक्षेप के बाद ही वे अपनी मृत बेटी का शव भी देख पाए थे। जब शव देखा तो स्तब्ध रह गए क्योंकि बेटी के शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था और मृत बेटी की आंखों से खून निकल रहा था।

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