West Bengal : लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दिन पश्चिम बंगाल का कूचबिहार इलाका सबसे अशांत रहा। सुबह से ही राज्य चुनाव कार्यालय में लगातार इस संबंध में सूचनाएं पहुंचती रहीं। राज्य की ममता सरकार के उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा अचानक कूचबिहार को भोटागुड़ी के उत्तरपाड़ा पहुंचे थे। इसकी भनक लगते ही स्थानीय महिलाएं उनके काफिले के पास पहुंचीं और नाराजगी जताते हुए उनके खिलाफ उग्र प्रदर्शन करने लगीं। महिलाओं का आरोप था कि इसी मंत्री के उकसावे पर पुलिस ने भाजपा से संबंधित ग्राम पंचायत सदस्य को ऐन मतदान से पहले गिरफ्तार कर लिया।
ममता के मंत्री बोले – यह विरोध प्रदर्शन भाजपा प्रायोजित था
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात संभालने का प्रयास किया तो विरोध प्रदर्शन कर रही गुस्साई स्थानीय महिलां पुलिस वालों से ही उलझ गईं। जैसे-तैसे पुलिस ने राज्य के मंत्री को गुस्साई महिलाओं की भीड़ के घेरे से सुरक्षित अपने घेरे में लिया। फिर उन्हें वहां से सुरक्षित बाहर निकाला। पुलिसवालों की सलाह पर मंत्री उदयन गुहा तत्काल गांव से निकल गए। बाद में उन्होंने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन भाजपा की ओर से प्रायोजित था।
उनका पुलिस गिरफ्त में लिए गए भाजपाई पंचायत सदस्य से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कभी किसी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को नहीं कहा था। उन्होंने कहा कि उस पंचायत सदस्य ने कुछ अनैतिक काम किए थे जिसकी सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई की लेकिन असल मामले को भटकाने की कोशिश की जा रही है।
केंद्रीय मंत्री बोले – जनता जागरूक हुई, तृणमूल के खिलाफ ऐसे विरोध अभी और बढ़ेंगे
दूसरी ओर, स्थानीय नाराज महिलाओं ने मीडिया से कहा कि उत्तर बंगाल विकास मामलों के मंत्री उदयन गुहा गांव के शांत माहौल को खराब करने के लिए पहुंचे थे। उनका मकसद अपने दल के पक्ष में चुनावी माहौल और दबदबा बनाना था। इस बारे में स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रमाणिक ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस वाले पूरे बंगाल राज्य को ही धीरे-धीरे संदेशखाली सरीखा बनाने की फिराक में हैं लेकिन जनता जागरूक हो गई है.
उसी का नतीजा है कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी के लोगों को स्थानीय लोगों को ऐसा विरोध झेलना पड़ रहा है। ऐसे विरोध अभी और होंगे क्योंकि आम जन को भाजपा की मौजूदगी से आत्मबल मिला है और वे अन्याय के खिलाफ मुखर हो र.हे हैं।
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