रांची: झारखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने आम जनजीवन को एक बार फिर से प्रभावित कर दिया है। खूंटी-तोरपा रोड पर पेलोल के पास बनई नदी में बना अस्थायी डायवर्सन शुक्रवार को बारिश के तेज बहाव में पूरी तरह बह गया, जिससे नदी पार करना असंभव हो गया है। इससे स्थानीय ग्रामीणों और आम्नेश्वर धाम आनेवाले श्रद्धालुओं को भारी परेशानी हो रही है।
बारिश ने मिट्टी का डायवर्सन बहाया, टेंडर प्रक्रिया अब तक अधूरी
बनई नदी पर बना मुख्य पुल पहले ही एक महीने पूर्व क्षतिग्रस्त हो चुका है। इसके बाद पथ निर्माण विभाग ने अस्थायी डायवर्सन तैयार कराया था, लेकिन शुक्रवार को हुई बारिश में वह भी बह गया।
शनिवार को पथ निर्माण विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों ने बताया कि डायवर्सन निर्माण के लिए टेंडर निकाला गया है, लेकिन अब तक फाइनल नहीं हो पाया है। ऐसे में संभावना है कि स्थायी डायवर्सन का निर्माण कार्य मानसून के बाद ही शुरू हो सकेगा।
आम्नेश्वर धाम प्रबंध समिति के महामंत्री मनोज कुमार ने कहा, “श्रद्धालुओं और ग्रामीणों की सुविधा के लिए जो अस्थायी रास्ता बना था, वह भी खत्म हो गया है। लोगों को अब काफी लंबा चक्कर लगाकर यात्रा करनी पड़ रही है।”
29 से 31 जुलाई तक भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी
राज्य में मौसम का मिजाज भी फिलहाल तीखा बना हुआ है। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें 29, 30 और 31 जुलाई के साथ 1 अगस्त को भी कई जिलों में वज्रपात और मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
रविवार और सोमवार को तेज हवा, गर्जन और हल्की बारिश के आसार।
अब तक झारखंड में सामान्य से 57% अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
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