रांची : मेन रोड में उपद्रवियों के द्वारा पथराव के दौरान बिहार के मंत्री नितिन नवीन फंस गये.
उपद्रवियों ने उनकों भी नहीं बख्शा. उनके गाड़ी पर पथराव किया
उन्होंने किसी तरह अपनी जान बचाई.
बताया जाता है कि पुलिस की व्यवस्था काफी लचर रही.
पुलिस ने बिहार के मंत्री को स्कॉर्ट उपलब्ध करा दिया,
लेकिन सुरक्षित रास्ता नहीं बताया, नतीजा ये हुआ कि उनका काफिला उपद्रव में फंस गया.
इसके बाद उन्होंने किसी तरह अपनी जान बचाई.
अपने ऊपर हुए हमले पर उन्होंने कहा कि भगवान ने जान बचा ली. 10 मिनट के लिए लगा कि अब जीवन खत्म हो जाएगा. भीड़ पागल की तरह गाड़ी पर हमला कर रही थी. गाड़ी पर चारों तरफ से रॉड-डंडे और ईंट-पत्थर गिर रहे थे. गाड़ी का एक भी शीशा नहीं बचा. गाड़ी धीरे-धीरे आगे बढ़ती रही. तौलिया, बैग आदि से खुद का बचाव किया. इस कारण किसी को गंभीर चोट नहीं आई.
पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने आये थे मंत्री
मंत्री ने बताया कि शुक्रवार की सुबह पटना में एमपी-एमएलए कोर्ट में गवाही देने के बाद रांची स्थित कैपिटल हील में पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने आया था. आचार संहिता के कारण गेस्ट हाउस के बजाय होटल में रूके हैं. सड़क पर हंगामा और रोड़ेबाजी की सूचना पर काफी दर तक होटल में रूका रहा. लोगों ने जानकारी दी कि सड़ पर स्थिति अब सामान्य हो गई है. अपराह्न साढ़े तिन बजे काली मंदिर के पास अचानक दर्जनों की संख्या में लोग स्कॉट पार्टी और मेरी गाड़ी को घर कर हमला कर दिया. स्कॉर्ट पार्टी दूसरी दिशा में निकल गई. भीड़ से सिर्फ मारो-मारो की ही आवाज आ रही थी.
बाल-बाल बचे मंत्री, गिरिराज सिंह ने किया ट्वीट
बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन शुक्रवार को हिंसक भीड़ के हथ्थे चढ़ने से बाल-बाल बच गए. जब उपद्रवी रांची के मेन रोड में हिंसा पर उतारू थे, तभी उनका कारकेड सायरन बजाता हुआ वहां से गुजर रहा था. वे जिस गाड़ी पर सवार थे, उस पर भाजपा का झंडा लगा थ. उपद्रवियों ने देखते ही देखते उनकी गाड़ी के सारे शीशे तोड़ डाले. चालक की तत्परता के कारण उनका कारकेड वाहं से किसी तरह निकल पाया. इस बीच मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने साहस का परिचय देते हुए उन्हें भीड़ के चंगुल से बाहर निकाला. उधर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए ट्वीट किया. मैं झारखंड सरकार से मांग करता हूं कि उपद्रवियों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाए.