चैनपुर. चैनपुर अनुमंडल के जारी प्रखंड में जंगली हाथियों के उत्पात से परेशान ग्रामीणों में आक्रोश है। प्रखंड के विभिन्न गांवों की सैकड़ों महिलाएं चैनपुर वन विभाग में धरना-प्रदर्शन करते हुए जल्द से जल्द क्षेत्र से हाथियों को बाहर भगाने और पीड़ित किसानों को मुआवजा देने की मांग कर रही है। अपनी मांगों पर अड़ी महिलाओं का कहना है कि हम हर दिन डर के साए में जीने को मजबूर है। आए दिन हाथियों का झुंड गांव में आकर फसल और घरों को नुकसान पहुंचा रहा है।
जंगली हाथियों से परेशान महिलाओं का प्रदर्शन
प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि अभी तक बहुत से घरों और फसलों को हाथी नुकसान पंहुचा चुके हैं, लेकिन पीड़ित किसानों को मुआवजा नहीं मिला है और न ही वन विभाग के द्वारा हाथियों को भगाने का प्रयास किया जा रहा है। पहले सिर्फ एक हाथी का तांडव इस क्षेत्र में था। अब पांच जंगली हाथियों का आतंक इस क्षेत्र में है। गांव में बच्चे, बूढ़े महिलाएं सभी रतजगा करने को मजबूर हैं। खेत में लगे मक्के एवं धान की फसल को बरबाद कर रहे हैं।
इधर महिलाओं ने वन विभाग को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि जल्द से जल्द जंगली हाथियों को नहीं खदेड़ा गया और पीड़ित किसानों को मुआवजा नहीं मिलता है तो हमलोग सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे। पूरे मामले पर प्रभारी वनपाल बुधदेव बड़ाईक ने कहा कि इस मामले में हमने डीएफओ को सूचना दे दी है। जल्द ही पीड़ित किसानों को मुआवजा की राशि का वितरण किया जाएगा।
वहीं क्षेत्र से जंगली हाथियों को भगाने के लिए सभी प्रभावित गांवों में मशाल, मोबील का वितरण किया जाएगा। हाथी भगाओ दस्ता भी गांव में पंहुच कर हाथियों को खदेडे़ने का काम करेगा। इधर मामले की सूचना पर चैनपुर जिप सदस्य मेरी लकड़ा भी मौके पर पहुंची और फोन से डीएफओ से बात कर जल्द मुआवजा वितरण करने एवं हाथियों को क्षेत्र से बाहर खदेड़ने की बात कही और हाथी प्रभावित गांवों में मशाल, टॉर्च एवं पटाखे वितरण करने की भी बात कही। इस मौके पर जारी प्रखंड क्षेत्र के चटकपुर, रेंगारी, श्रीनगर सहित विभिन्न गांवों की सैकड़ों की संख्या में महिलाएं मौजूद थी।
सुंदरम केशरी की रिपोर्ट