Mahakumbh: शंकराचार्य गोवर्धन मठ पुरी ओडिशा स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने मौनी अमावस्या के महास्नान पर्व पर गंगा में अमृत स्नान किया। महाकुंभ क्षेत्र के सेक्टर-19 संगम लोअर मार्ग स्थित अपने शिविर से सुबह 11 बजे गंगा स्नान के लिए निकले पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के साथ श्रद्धालुओं एवं शिष्यगणों का भारी समूह भी था। व्यवस्थित ढंग से शंकराचार्य सेक्टर 19 के पास स्थित गंगा घाट पर पहुंचे और वैदिक विधि विधान से गंगा स्नान किया।
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Mahakumbh: गगनभेदी उद्घोषों से वातावरण गुंजायमान
इस दौरान हर-हर गंगे जय शिव शंकर, हम हिंदू राष्ट्र बनाएंगे, शिव शंकर प्रलयंकर जैसे गगनभेदी उद्घोषों से वातावरण गुंजायमान रहा। श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए पुरी शंकराचार्य ने कहा कि विशेष संयोग से प्रमुख स्नान पर्व पड़ते हैं। गंगा के नाम स्मरण से ही मानव का कल्याण हो जाता है। प्रमुख स्नान पर्वों पर तीर्थराज प्रयागराज में कहीं भी गंगा घाट पर स्नान करना अति पुण्यदायक होता है। सनातन धर्म की शक्ति और आस्था अमिट है अजेय है।
इस अवसर पर शंकराचार्य के निजी सचिव स्वामी निर्विकल्पानंद सरस्वती, पंडित विवेक मिश्र वृन्दावन, प्रफुल्ल चैतन्य ब्रह्मचारी, हृषिकेश ब्रम्हचारी, राजेश चैतन्य ब्रह्मचारी एवं भारी संख्या में श्रद्धालु व शिष्यगण उपस्थित रहे।