कोलकाता : RG Kar Doctor Rape Murder Case में उम्रकैद की सजा सुनकर बुदबुदाया संजय रॉय – बदनाम हो गया…। RG Kar Doctor Rape Murder Case में सोमवार अपराह्न पौने 3 बजे कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए दोषी संजय रॉय को उम्रकैद की सजा सुनाई। सियालदह कोर्ट ने संजय रॉय पर 50,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया लेकिन सजा सुनाए जाने के दौरान निर्विकार होकर इजलास में खड़े दोषी संजय रॉय का हावभाव सजा सुन लेने के बाद गौर करने लायक था।
इजलास में खड़े RG Kar Doctor Rape Murder Case के दोषी संजय रॉय पर वहां मौजूद लोगों की निगाहें टिकी थीं, सिवाय उसके पैरवी करने वाले वकील के। सजा सुनने के बाद इजलास से बाहर निकलने के दौरान दम तोड़ने तक के लिए सलाखों के पीछे जीवन बिताने की सजा पाने वाला संजय रॉय मायूस, हताश और लुटापिटा-सा नजर आया।
इसी क्रम में वह डबडबाई आंखों के साथ बुदबुदाते देखा गया। इजलास से निकलने के दौरान संजय रॉय को उसकी पैरवी करने वाले वकीलों ने उसे बताया कि उसे फांसी नहीं उम्रकैद हुई है। इतना सुनते ही संजय रॉय फिर बुदबुदाया कि – ‘मैं तो बदनाम हो गया…’।
दोषी संजय रॉय फिर बोला – …मैंने कुछ नहीं किया, फंसाया गया…
सोमवार को अपराह्न पौने 3 बजे सियालदह कोर्ट ने RG Kar Doctor Rape Murder Case में मेडिकल छात्रा के रेप और मर्डर के दोषीसिद्ध संजय रॉय को सजा सुनाए जाने से पहले कोर्ट के कमरा नंबर 210 के न्यायालय कक्ष में पेश किया गया। वहां इजलास में दोनों हाथ आगे की झुलाए हुए दशा में खड़े संजय रॉय ने कातर निगाहों से अपनी बात से फिर से रखनी चाही।
उसे न्यायाधीश ने बोलने का मौका दिया। बीते शनिवार को कही गई बातों को ही नए सिरे से दोहराते हुए कातर स्वर में संजय राय ने गिड़गिड़ाते हुए कहा – ‘…मैंने कोई कत्ल या अन्य अपराध नहीं किया है। जो भी अपराध मेरे नाम गिनाए गए हैं, उनमें से एक भी मैंने नहीं किया। मुझे फंसाया गया है। मैंने पहले भी यही बात कही है।
…जो मैंने सुना है कि इस केस में बहुत सारे सबूत मिटा दिए गए जिस बारे में मैं कुछ जानता भी नहीं था। मैं निर्दोष हूं। मैंने पहले भी आपको बताया है कि मुझे किस कदर मारापीटा गया है। जिसके जो मन में आया, उसने वैसे मेरे पर अत्याचार किया। मुझे जबरन हस्ताक्षर कराए गए। जहां लोगों ने कहा, वहीं हस्ताक्षर कर दिए थे…’।

RG Kar Doctor Rape Murder Case के दोषी के घर लगा मजमा, मां ने दरवाजा किया बंद
RG Kar Doctor Rape Murder Case में सोमवार को जब सियालदह कोर्ट में सजा सुनाई जा रही थी, ठीक उसी समय मीडिया का हुजूम कोलकाता के शंभुनाथ पंडित स्ट्रीट वाली गली में जुटी थी और वहां की गहमागहमी एवं लोगों का दोषी संजय को लेकर प्रतिक्रिया का ब्योरा जानने में लगी थी। इसी गली में स्थित जिस मकान में दोषी संजय अपनी मां के साथ रहा करता था, उसमें अब उसकी मां अकेली है।
पड़ोसियों से उसकी मां को पहले ही पता चल गया था कि सोमवार की सुबह बेटे को फांसी या उम्र कैद होने वाली है। संजय की मां जिस मकान में रहती है उसका दरवाजा भले ही खुला था और लोग उसके बाहर मजमा लगाए हुए थे लेकिन अपने कमरे में उसकी मां ने दरवाजा को भीतर से बंद कर रखा था।

पड़ोसियों ने बताया कि पिछले काफी समय से उनकी दिमागी हालत ठीक नहीं है और अब बेटा भी नहीं है तो कृपया उन्हें परेशान न करते हुए अकेले ही रहने दिया जाए। बाकी सवालों का पड़ोसियों ने गोलमोल जवाब देते हुए सियालदह कोर्ट के फैसले पर यह कहते हुए राहत की सांस ली कि -‘चलो, लड़के की जान नहीं जाएगी, जिंदा रहेगा…’।

RG Kar Doctor Rape Murder Case में संजय को उम्र कैद सुनाने के बाद भी कोर्ट ने इसे दुर्लभतम नहीं माना
RG Kar Doctor Rape Murder Case में सोमवार अपराह्न पौने 3 बजे कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए BNS की धारा 64,66, 103/1 के अपराध के दोषीसिद्ध संजय रॉय को उम्रकैद की सजा सुनाई। सियालदह कोर्ट ने संजय रॉय पर 50,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया। पीड़ित परिवार को उसकी मौत के लिए 10 लाख रुपये मुआवजा और 7 लाख रुपये अतिरिक्त दिया जाना चाहिए।
फैसला सुनाते वक्त अदालत ने कहा कि ये कोई मामूली अपराध नहीं है लेकिन कोर्ट इसे रेयरेस्ट ऑफ द रेयर नहीं कहा। सियालदह कोर्ट के जज अनिरबन दास ने कहा कि यह दुर्लभतम मामला नहीं है। इससे पहले सोमवार को फिर नए सिरे से दोषीसिद्ध संजय रॉय के वकील ने न्यायाधीश से अपील की कि उनके मुवक्किल को मानवीय ग्राउंड पर ही सही फांसी के बजाय कोई और दंड दिया जाए, वह सहर्ष कबूल होगा।

बीते शनिवार को कोलकाता में जब सियालदह कोर्ट ने संजय रॉय को दोषी करार दिया तो उस समय संजय ने जज से कहा कि वह दोषी नहीं है। लेकिन सजा के ऐलान से जज ने दोषीसिद्ध आरोपी संजय रॉय से कहा था कि – ‘तुम दोषी हो.।सजा पर कुछ कहना है क्या ?’ उसी पर कोर्ट रूम में गिड़गिड़ाते हुए दोषीसिद्ध संजय रॉय ने कहा कि – ‘…मैं दोषी नहीं हूं. मुझे झूठे मामले में फंसाया गया है।
…मैंने ऐसा नहीं किया है। जिन्होंने ऐसा किया है, उन्हें छोड़ा जा रहा है। मेरा बहुत कुछ बर्बाद हो गया है। मैंने कोई अपराध नहीं किया है।…मुझ पर दोष स्वीकार करने का दबाव बनाया जा रहा है। मैंने रुद्राक्ष की माला पहनी हुई थी। अगर मैं ऐसा करता तो मेरी रुद्राक्ष की माला फट जाती। मैंने जो अपराध नहीं किया, उसकी सजा दी जा रही है’।
दूसरी ओर, बीते शनिवार को कोर्ट में CBI ने कहा कि ‘संजय का अपराध रेयरेस्ट ऑफ द रेयर है। अगर कड़ी सजा नहीं मिली तो समाज भरोसा खो देगा। ये कोई मामूली अपराध नहीं है। महिला डॉक्टर की निर्ममता से हत्या की गई’।
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