ओडिशा में Street Light ठेका घोटाले में 28 लाख रुपये की ठगी, नोएडा कंपनी और अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज, जांच जारी।
ओडिशा में Street Light ठेका घोटाला : चुटिया निवासी मेसर्स नूपुरा इंफ्राबिल्ड डेवलपमेंट एड सर्विसेज हेसाग ने स्ट्रीट लाइट ठेका घोटाले को लेकर जगन्नाथपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। कंपनी का आरोप है कि नोएडा स्थित मेट्रोपोलिटन इंफ्राबिल्ड डेवलपमेंट एड सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने 28 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है।
जानकारी के अनुसार, 27 दिसंबर 2024 को सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सैकत मित्रा रांची के होटल में पहुंचे। कोलकाता के अमर्त्य कुमार बोस के कहने पर हुई मीटिंग में बताया गया कि ओडिशा के चार जिलों में स्ट्रीट लाइट लगाने का लगभग नौ करोड़ रुपये का वर्क ऑर्डर उन्हें मिला है। इसके तहत लाभ का 16 प्रतिशत नोएडा कंपनी को मिलेगा और शेष राशि मेसर्स नूपुरा को।
Key Highlights:
ओडिशा में स्ट्रीट लाइट ठेका घोटाले का मामला सामने आया।
मेसर्स नूपुरा इंफ्राबिल्ड डेवलपमेंट एड सर्विसेज ने 28 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया।
आरोप है कि नोएडा की कंपनी ने 42 लाख रुपये सिक्यूरिटी के लिए मांगे थे, बाद में केवल 28 लाख रुपये ही लिए गए।
नोएडा में एग्रीमेंट कराने पर टालमटोल और राशि लौटाने में विलंब।
मामला जगन्नाथपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज।
सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सैकत मित्रा और अन्य पर ठगी का आरोप।
ओडिशा में Street Light ठेका घोटाला:
कार्य प्रारंभ करने से पहले सिक्यूरिटी के तौर पर 42 लाख रुपये मांगे गए। प्रारंभिक बातचीत में 20 लाख रुपये और बाद में आठ लाख रुपये और दिए गए। नोएडा में एग्रीमेंट कराने पर कंपनी ने टालमटोल शुरू कर दिया और किसी अन्य कंपनी को वर्क ऑर्डर देने की बात कही। इसके बावजूद 28 लाख रुपये वापस नहीं किए गए।
इस घटना के बाद मेसर्स नूपुरा ने सैकत मित्रा और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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