डिजीटल डेस्क : RG Kar Case – बदला लेने की धमकी देने वाली विधायक लवली मैत्र को तृणमूल नेतृत्व ने चेताया। RG Kar मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मेडिकल छात्रा के रेप और मर्डर Case में लगातार किरकिरी का सामना कर रहे पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस अब अपने ही जनप्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों की बड़बोलेपन से परेशान है।
नई परेशानी पार्टी की महिला विधायक लवली मैत्र ने खड़ी कर दी है। लवली मैत्र कोलकाता से सटे सोनारपुर दक्षिण इलाके से विधायक हैं और बीते सोमवार को अपने इलाके में RG Kar कांड के विरोध में हुए कार्यक्रम में विरोधियों से बदला लेने की खुली धमकी दे डाली और वह भी पूरे गुंडई वाले अंदाज में।
यह बात तेजी से मीडिया में फैली और थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई तो तृणमूल नेतृत्व का माथा ठनका और मंगलवार को तृणमूल नेतृत्व में ऐसे संवेदनशील मुद्दे पर विरोधियों को अपने कार्यव्यवहार और बड़बोलेपन से बैठे-बिठाए सियासी हथियार देने से बाज आने के लिए कायदे से समझाया है।
लवली को मिली घुड़की तो दूसरे बड़बोले नेता को ममता ने किया निलंबित
आला आधिकारिक तृणमूल सूत्रों के मुताबिक, RG Kar कांड के बाद विधानसभा के विशेष सत्र में मंगलवार को रेप सरीखे मामले में दोषियों के खिलाफ सुनवाई और दंड के नए प्राविधान वाले विधायक को पेश किया जा रहा है और ठीक वैसे समय पर अपनी ही पार्टी के नेताओं की ओर से ऐसी बदजुबानी बैकफुट पर आने को मजबूर कर रही है।
इसीलिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के सख्त संकेत मिलते ही ऐसी बदजुबानी के लिए लवली मैत्र को समझाने के साथ ही उत्तर 24 परगना के एक बड़बोले नेता को पार्टी से तात्कालिक तौर पर बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
उत्तर 24 परगना के अशोक नगर इलाके में तृणमूल कांग्रेस नेता अतीश सरकार ने लोगों को खुलेआम उनकी मां-बहनों की आपत्तिजनक तस्वीरे टांग देने की चेतावनी दी और धमकाया कि वैसी तस्वीरें अगर टांगनी पड़ी तो घर वाले उसे उतारने की हिम्मत नहीं जुटा पाएंगे।
साथ ही अतीश सरकार ने खुलेआम लोगों के बीच यह भी कहा था कि वह यह बातें सत्तारूढ़ दल के जिम्मेदार पदाधिकारी के तौर पर समझा रहे हैं, इसे लोग गांठ बांध लें। वह बात सामने आते ही तृणमूल नेतृत्व में बीती रात ही अतीश सरकार को संगठन से निलंबित करने का फैसला लिया।
लवली बोली थीं – अब बदलाव नहीं, बदला होगा…
सोनारपुर इलाके में बीते सोमवार को RG Kar कांड के प्रतिवाद में हुए कार्यक्रम में तृणमूल कांग्रेस की विधायक लवली मैत्र ने कहा था कि ‘बदलाव तो वर्ष 2011 में ही हो गया था। अब वर्ष 2024 में बदले का समय है…बदला लिया जाएगा।
अगर कोई हमारी नेत्री ममता बंदोपाध्याय पर ऊंगली उठाएगा तो हमे ऊंगलियां उतारना अच्छी तरह आता है, यह हमारे विरोधी अच्छी तरह से जान और समझ लें’।
विधायक लवली मैत्र इतने पर ही नहीं रुकीं। उन्होंने माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती और सायन बंदोपाध्याय का खुले तौर पर नाम लेकर कह डाला कि बदला न लिए जाने के कारण ही वे अभी तक खुले घूम रहे हैं लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
तृणमूल विधायक के इस बयान पर माकपा नेता सायन बंदोपाध्यान में बना पल गंवाए तुरंत सोनारपुर थाना मे जाकर शिकायत-पत्र सौंपा और मामले की संवेदनशीलता को भांपते हुए पुलिस ने तत्काल उस शिकायतपत्र के आधार पर एफआईआर दर्ज करते हुए जांच भी शुरू कर दी।
उसके बाद इस पूरे मामले को लेकर माकपा और भाजपा ने सोशल मीडिया पर तूल दिया तो बात बिगड़ते देख तृणमूल नेतृत्व में लवली मैत्र को जुबान बंद रखने की कड़ी हिदायत दी है।