गया : बिहार में गया में दो साल की बच्ची बोरवेल में गिर गई। हालांकि कुछ घंटे बाद ही दम घुटने से उसकी मौत हो गई। हालांकि घटना की जानकारी के बाद जिला प्रशासन की ओर से त्वरित कार्रवाई की जा रही थी, लेकिन कई प्रयास के बीच बच्ची की मौत हो गई। बोरवेल में गिरने से दो साल की बच्ची की मौत पर गया के जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने संवेदना जताई है। बताया जा रहा है, कि बोरिंग करीब 40 फीट तक की गई थी। वहीं बच्ची 10 से 15 फीट के बीच में जाकर फंस गई थी।
यह घटना गया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र की है। जानकारी के अनुसार मोहनपुर थाना के अमकोला पंचायत के मसौंंधा गांव में राजेंद्र यादव के निजी घर में बोरिंग करवाया जा रहा था। उसे बोरिंग में अमकोला पंचायत के अरविंद यादव की दो साल की पुत्री आकांक्षा कुमारी गिर गई। जैसे ही इसकी सूचना जिला प्रशासन को हुई, तो जिला प्रशासन हरकत में आया और बोरवेल से बच्ची को निकालने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए। मोहनपुर प्रखंड मुख्यालय से 25 किलोमीटर की दूरी पर रहे इस सुदूरवर्ती मसौंधा गांव में मोहनपुुर प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को भेजा गया। वहीं, इसके बीच जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने पटना मुख्यालय स्थित अपर मुख्य सचिव आपदा से बात कर पटना से भी एनडीआरएफ की टीम को रवाना किया गया, जो बोरिंग से बच्ची को निकालने वाली निकालने वाली टीम है।
गया डीएम के द्वारा अपर मुख्य सचिव आपदा पटना मुख्यालय से बात कर एनडीआरएफ की टीम को रवाना किया गया। वहीं, एंबुलेंस से मेडिकल टीम को भी सपोर्ट के लिए रवाना किया गया। इसके बीच स्थानीय स्तर पर मौजूद जेसीबी के माध्यम से बच्ची को बोरवेल से निकालने का प्रयास किया गया। किंतु बोरवेल से बच्ची को तो निकाला गया, लेकिन वह मृत पाई गई। बच्ची की मौत होने पर जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम में कहा है, कि यह घटना दुखद है। पीड़ित परिवार को ढाढ़स बंधाते हुए कहा है, कि जो भी सहायता होगी उसके लिए अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।
वहीं, जिला पदाधिकारी ने बोरिंग करवाते वक्त सावधानी बरतने की अपील की है। जिला पदाधिकारी ने आम लोगों से अपील किया है कि बोरिंग करने के दौरान यदि सावधानी बरती जाए तो इस तरह की घटना न हो। फिलहाल गांव में दो साल की बच्ची की मौत हो जाने के बाद मातमी सन्नाटा पसरा है।
आशीष कुमार की रिपोर्ट