रांची : झारखंड में गठबंधन सरकार के संचालन के लिए समन्वय समिति का गठन किया गया है.
जिसमें जेएमएम, कांग्रेस और राजद शामिल है.
तीनों सत्ताधारी दल ने मिल कर 9 सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया है.
जिसके अध्यक्ष शिबू सोरेन को बनाया गया है.
बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी
अविनाश पांडे बीच गठबंधन को सफल बनाने के लिए बुधवार को बैठक हुई.
इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायकी दल के नेता आलमगीर आलम भी मौजूद रहे.
योजनाओं के क्रियान्वयन व प्रचार-प्रसार की समीक्षा करेगी समिति
अविनाश पांडे ने बताया कि गठबंधन में समन्वय और संवाद को और बेहतर बनाने के लिए इस समन्वय समिति का गठन हुआ है. यह समिति राज्य सरकार के द्वारा की जाने वाले राजनीतिक नियुक्तियों का निर्णय और राज्य सरकार के जनहित की योजनाओं के क्रियान्वयन व प्रचार-प्रसार की समीक्षा करेगी. इसके अलावा कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के सन्दर्भ में निर्णय लेगी. बताया जा रहा है कि शिबू सोरेन की अध्यक्षता में जल्द ही समिति की बैठक होगी.
समिति में इन्हें किया गया है शामिल
समिति में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के अलावा विनोद पाण्डेय, फागु बेसरा, सरफराज अहमद, योगेंद्र महतो, वहीं कांग्रेस के राजेश ठाकुर, आलमगीर आलम और बंधु तिर्की हैं. वहीं राजद के सत्यानंद भोक्ता को शामिल किया गया है.
राज्यसभा सीट को लेकर कांग्रेस ने जेएमएम का किया था विरोध
झारखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा महुआ मांझी को प्रत्याशी बनाए जाने पर कांग्रेस और जेएमएम के बीच सियासी दरार पैदा हो गई है, क्योंकि कांग्रेस इस सीट पर अपनी दावेदारी कर रही थी. झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने खुलकर कहा था कि दिल्ली में सोनिया गांधी के साथ हुई बैठक में कुछ तय हुआ था लेकिन रांची आने के बाद घोषणा कुछ और कर दी गई. ऐसे में साफ जाहिर होता है कि जेएमएम और कांग्रेस के बीच मनमुटाव बढ़ सकता है.
रिपोर्ट: मदन सिंह