Thursday, July 3, 2025

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1932 खतियान और घुसपैठियों पर अमित शाह ने हेमंत सरकार को घेरा

चाईबासा : 1932 खतियान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हेमंत सरकार को घेरा. विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि 1932 खतियान के नाम पर आदिवासियों को धोखा देने का काम कर रही है. यहां 1964 में पूरे बंदोबस्ती हुई है, लेकिन वे कह रहे हैं 1932 खतियान को लागू करेंगे. तो यहां के लोग कहां जायेंगे. झारखंड के लोगों ने ही आपको मुख्यमंत्री बनाया था, लेकिन आपने अपनी सरकार को लूटेरों के हाथों में दे दिया है.

1932 खतियान वालों को नौकरी मिलेगी तो चाईबासा के लोग कहां जायेंगे

नौकरी के नाम पर युवाओं को धोखा दिया. शिक्षा के नाम पर नौनिहालों को धोखा दिया. खतियान आधारित स्थानीय नीति के नाम पर आदिवासी समाज को हेमंत सरकार ने धोखा दिया. चाईबासा का पूरा क्षेत्र और उसकी पूरी बंदोबस्ती 1964 हुई. हो जनजाति के लोगों से शाह ने कहा कि पूरी बंदोबस्ती 1964 में हुई है.

ये सरकार कह रही है कि 1932 खतियान वालों को ही नौकरी देंगे. फिर तो चाईबासा वालों को नौकरी मिलेगी ही नहीं. उन्होंने हेमंत सरकार से पूछा कि एक ही राज्य को क्यों विभाजन कर रही हो. नौकरी की संख्या को बढ़ा दो.

1932 खतियान और घुसपैठियों पर अमित शाह ने हेमंत सरकार को घेरा

1932 खतियान: नौकरी की संख्या बढ़ाएं

शाह ने हेमंत सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि नौकरी की संख्या बढ़ाने के लिए अगर दम नहीं है तो जगह खाली कर दो. हम आकर यहां राज्य की विकास कर देंगे. आदिवासी, गैर आदिवासी, पिछड़ा सभी का हम विकास कर देंगे. उन्होंने कहा कि झारखंड के ही लोगों ने आपको वोट देकर मुख्यमंत्री बनाया.

और आपने मुख्यमंत्री बनने के बाद पूरी झारखंड को लूटेरों और दलालों के हाथ में दे दिया. मैं चेतावनी देने आया हूं, घुसपैठियों को रोकिए, नहीं तो जनता आपको माफ नहीं करेगी. जनजातियों की रक्षा करना आपका कर्तव्य है, लेकिन आपने ऐसा नहीं किया. घुसपैठियों को आपने नहीं रोका.

आदिवासियों के हितों की अनदेखी

अमित शाह ने कहा मैं तो विकास कार्यों की एक लंबी सूची लाया हूं लेकिन एक बार हेमंत भाई भी बता दें कि उन्होंने वोटबैंक की राजनीति और आदिवासियों के हितों की अनदेखी के अतिरिक्त क्या किया है? इस बार झारखंड की जनता परिवर्तन करने जा रही है और यहां की निकम्मी और भ्रष्ट सरकार को बदलने जा रही है.

सीएम बनने के बाद हेमंत सोरेन ने पूरी झारखंड सरकार लुटेरों और दलालों के हाथ में दे दी. अब ये घुसपैठिए जनजातीय लड़कियों से जबरन शादी कर रहे हैं और उनकी जमीन ऐंठ रहे हैं. राज्य की जनता आपको माफ नहीं करेगी, झारखंड की जनता अब जाग चुकी है.

आपकी जेब भरने की सब योजनाएं जनजातीय भाई-बहन को मालूम

शाह ने कहा केंद्र सरकार द्वारा आदिवासियों के विकास के लिए भेजा गया फंड इनकी लूट-खसूट के लिए नहीं है. हेमंत जी, ये मत समझिए कि जनजातीय भाई-बहन कुछ देखते नहीं हैं… आपकी जेब भरने की सब योजनाएं उनको मालूम हैं. इस राज्य का मुख्यमंत्री तो आदिवासी है लेकिन ये सरकार आदिवासी विरोधी है. घुसपैठियों से आदिवासी माता-बहनों की रक्षा करने की जिम्मेदारी हेमंत सरकार की है लेकिन वो वोटबैंक की राजनीति के लिए ऐसा कर नहीं रही है.