रांची : नामकुम में राज्य तम्बाकू नियंत्रण कोषांग एवं सीड्स द्वारा आयोजित कार्यशाला में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि तंबाकू कंपनियां अपना व्यापार बढ़ाने के लिए लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं. वे अब लड़कों के साथ-साथ लड़कियों में भी इसका प्रचलन बढ़ाने की ओर कार्य कर रही हैं. यदि महिलाएं तंबाकू का सेवन करती हैं, तो उनका स्वास्थ्य तो प्रभावित होगा ही, आने वाले बच्चों पर भी इसका बुरा असर पड़ेगा. तंबाकू के इस्तेमाल से मुक्ति के लिए उनके बीच जागरूकता फैलाकर और सरकार द्वारा बनाए गए नियमों का सख्ती से पालन करा कर रोकथाम किया जा सकता है. बन्ना गुप्ता ने बताया कि झारखंड में तम्बाकू इस्तेमाल करने वालों का आंकड़ा 50.1 प्रतिशत से घटकर 38.9 प्रतिशत हो गया है, लेकिन यह आंकड़ा अभी भी देश के आंकड़े 28.6 प्रतिशत से काफी अधिक है.
मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि भारत सरकार के ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे के अनुसार भारत में 13 से 15 वर्ष के आयु वर्ग में 8.5 प्रतिशत छात्र/छात्रा किसी न किसी रूप में तम्बाकू का सेवन करते हैं, जबकि झारखंड में 13 से 15 वर्ष के आयु वर्ग में 5.1 प्रतिशत छात्र/छात्रा किसी न किसी रूप में तम्बाकू का सेवन करते हैं. उन्होंने कहा कि कोटपा, 2003 के प्रावधानों को लागू करने का मुख्य उद्देश्य कम उम्र के युवाओं एवं छात्र/छात्राओं को तम्बाकू उत्पाद की पहुंच से रोकना है. इसके लिए कोटपा का शत प्रतिशत अनुपालन किया जाना चाहिए. साथ ही कार्यक्रम में उपस्थित केन्द्र सरकार के प्रतिनिधियों को झारखंड विधान सभा में कोटपा संशोधन बिल 2021 की तर्ज पर केन्द्रीय कोटपा कानून में संशोधन करने का भी अनुरोध किया.
कई लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अपर अभियान निदेशक विद्यानन्द शर्मा, सीड्स के कार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा, दी यूनियन के वरीय तकनिकी सलाहकार डॉ0 अमीत यादव, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता रंजीत सिंह, राज्य एन.सी.डी. कोषांग के नोडल पदाधिकारी डॉ0 ललित रंजन पाठक, राज्य सलाहकार राजीव कुमार एवं वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से भारत सरकार के उप सचिव पुलकेश कुमार, डॉ रंगासामी नागराजन, पूजा गुप्ता उपस्थित रहें.