मधेपुरा : शारदीय नवरात्र की पूजा रविवार से शुरू हो गई है। मधेपुरा में पूजा-अर्चना को लेकर खूब चहलकदमी है।
लेकिन इस पावन अवसर पर नगर की सफाई या मंदिरों के आस-पास की सफाई से नगर परिषद का कोई सरोकार देखने
को नहीं मिला। दुर्गा पूजा को लेकर स्थानीय प्रशासन के द्वारा किसी भी तरह कि साफ सफाई की व्यवस्था नहीं की गई है।
इस कचरा को अब तक कोई उठाने नहीं आया है। नगर परिषद् श्रद्धालुगण माता के दरबार में पूजा करने के लिए कचरे
के ढेर से होकर जाने से विवश हैं।
मधेपुरा नगर परिषद् कार्यपालक अभियंता तान्या कुमारी बताती है कि साफ सफाई के लिए सफाई कर्मीयों को दो टाइम
डेपुटेशन किया गया है। लेकिन वह सफाईकर्मी आज दो टाइम क्या एक टाइम भी नजर नहीं आए। पूरा दिन कचरा सड़क
पर ही पड़ा रहा और उसमें जानवर नाक रगड़ते नजर आए। ताजा मामला मधेपुरा मुख्यालय स्थित मुख्य बाजार के
सार्वजनिक श्री बड़ी दुर्गा स्थान के आसपास गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नगर परिषद द्वारा सफाई नहीं करवाए जाने से
शहर के लोग गंदगी के बीच से ही मां दुर्गा के दर्शन के लिए पहुंचने पर मजबूर हैं।
दुर्गा पूजा में मधेपुरा शहर में फैला रहा गंदगी
विदित हो कि शहर में प्रत्येक वर्ष चार जगहों पर सार्वजनिक रूप से पूजा पंडाल बनाकर मां दुर्गा की आराधना की जाती
है। जहां माता के दर्शन करने के लिए लाखों संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ती है। इन जगहों पर मेले भी लगाए जाते हैं।
वर्तमान में लगभग सभी पूजा पंडालों के इर्द-गिर्द गंदगी देखने को मिल रही है। न तो सही से नालों की सफाई की गयी है
और न ही कूड़ों का उठाव किया गया है। पूजा के प्रथम दिन लोग श्रद्धा भाव से कलश स्थापित करने के लिए विभिन्न
मंदिरों में पहुंचे जहां श्रद्धालुओं को कचरे के ढेर से गुजरना पड़ा। खासकर बड़ी दुर्गा स्थान में हर साल की भांति इस साल
भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु कलश स्थापित करने पहुंचे थे। लेकिन घर से नहा धोकर पवित्र होकर माता के दरबार में कलश
स्थापित करने जाते समय उन्हें रास्ते में विभिन्न जगहों पर लगे कचरों को पार करना पड़ा।
रमण कुमार की रिपोर्ट