रांची : कुछ समय पहले धनबाद में टेंपो से टक्कर मार जज की हत्या की गई थी ठीक वैसा ही मामला मांडर थाना क्षेत्र में सामने आया है. 27 सितम्बर को मांडर थाना क्षेत्र के मुड़मा में पिकअप वैन की चपेट में आने से रवींद्रनंद तिवारी की हुई मौत थी. पुलिस जांच में ये खुलासा हुआ कि यह दुर्घटना नहीं बल्कि साजिश के तहत हत्या की गई थी. इस हत्या को अंजाम देने के लिए 500000 रुपये की सुपारी दी गई थी. हत्या से पहले 10 दिनों से रेकी की जा रही थी. रविंद्र आनंद तिवारी 28 सितंबर को अपने भाई की हत्या के मामले में गवाही देने वाले थे. आपको बता दें कि 2019 में उनके भाई सुबोध आनंद की जमीनी विवाद में हत्या हुई थी. इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी कर ली गयी है.
रिपोर्ट : प्रतीक सिंह
कोर्ट में गवाही देना युवक को पड़ा महंगा, जान से धोना पड़ा हांथ … जानें पूरा मामला …