डिजीटल डेस्क : Loss – निवेशकों के शेयर कारोबार में डूबे 9 लाख करोड़। मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार क्रैश होता हुआ दिखा। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली। जहां सेंसेक्स 80,200 अंकों के लेवल पर आ गया है, वहीं दूसरी ओर निफ्टी में 300 से ज्यादा अंकों की गिरावट देखने को मिली।
इसके चलते शेयर बाजार निवेशकों के 9 लाख करोड़ रुपए डूब गए हैं। शेयर बाजार में इस गिरावट की वजह से शेयर बाजार निवेशकों को करीब 9 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
आंकड़ों को देखें तो सोमवार को बीएसई का मार्केट कैप 4,53,65,023.74 करोड़ रुपये था जो मंगलवार को कम होकर 4,44,68,772.25 करोड़ रुपये हो गया। मतलब कि बीएसई के मार्केट कैप में 8,96,251.49 करोड़ रुपये की गिरावअ देखने को मिली है। बता दें कि, वास्तव में निवेशकों का फायदा और नुकसान बीएसई के मार्केट कैप से जुड़ा हुआ होता है।
लगातार दूसरे दिन सेंसेक्स में गिरावट रही जारी…
लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली। बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 930.55 अंक यानी 1.15 फीसदी की गिरावट के साथ 80,220.72 अंकों पर बंद हुआ। कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स 80,149.53 अंकों पर पहुंचा था।
सुबह सेंसेक्स सपाट लेवल पर 81,155.08 अंकों पर बंद हुआ था जबकि एक दिन पहले भी सेंसेक्स में गिरावट देखने को मिली थी। सोमवार और मंगलवार को मिलकर सेंसेक्स में 1000 से ज्यादा अंकों की गिरावट देखने को मिल चुकी है।
वहीं दूसरी ओर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी भी 300 से ज्यादा अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। निफ्टी मंगलवार को 309 अंक यानी 1.25 फीसदी की गिरावट के साथ 24,472.10 अंकों पर बंद हुआ जबकि कारोबारी सत्र के दौरान निफ्टी 24,445.80 अंकों के साथ दिन के लोअर लेवल पर भी गया।
आज निफ्टी 24,798.65 अंकों पर ओपन हुआ था जबकि निफ्टी में सोमवार को भी गिरावट देखने को मिली थी। इन दो दिनों में निफ्टी में 381.95 अंकों की गिरावट देखने को मिल चुकी है।
अडानी से लेकर एसबीआई, कोल इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा आदि में भी दिखी गिरावट…
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर कारोबार कर रहे शेयरों में टॉप 5 लूजर्स में भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड का शेयर नंबर 1 लूजर रहा। इसके शेयर में 3.79 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर 3.63 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए जबकि कोल इंडिया का शेयर 3.36 फीसदी, अडानी इंटरप्राइजेज का शेयर 3.29 फीसदी और देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक एसबीआई का शेयर 2.97 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ।
दूसरी ओर, बांबे स्टॉक एक्सचेंज पर कारोबारी कर रही बड़ी कंपनियों के शेयर धूल चाटते हुए दिखाई दिए। टाटा स्टील का शेयर 2.94 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है जबकि टाटा मोटर्स का शेयर 2.64 फीसदी की गिरावट देखी गई है।
देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 1.86 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। साथ ही टीसीएस का शेयर भी डेढ़ फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। यही नहीं, हुंडई इंडिया लिमिटेड का शेयर भी गिरावट के साथ बंद हुआ है।
बीएसई के आंकड़ों के अनुसार कंपनी का शेयर इश्यू प्राइस से 7.12 फीसदी यानी 139.60 रुपये की गिरावट के साथ 1820.40 रुपये पर बंद हुआ जबकि कंपनी का लिस्टिंग प्राइस 1931 रुपये रहा था। बाजार बंद होने के बाद कंपनी का शेयर लिस्टिंग प्राइस से 5.73 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ।
कंपनी के शेयर का इश्यू प्राइस 1960 रुपये था जो कारोबारी सत्र के दौरान 1968.80 रुपये के दिन के हाई पर भी पहुं। मौजूदा समय में कंपनी का मार्केट कैप 1,47,914.98 करोड़ रुपये देखने को मिल रहा है, जोकि कारोबारी सत्र के दौरान 1.50 लाख करोड़ रुपये से ज्यायदा था।
चिंता : चीन के शेयर बाजार की तेजी का भारतीय बाजार पर, विदेशी निवेशक निकाल रहे रकम…
सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट ने कारोबारियों और अर्थजगत के विश्लेषकों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। माना जा रहा है कि परदे की ओट में गुपचुप चीन ने अपना खेल कर दिया है। चीनी ड्रैगन को शेयर बाजार से जिस तेजी की उम्मीद थी वो उसे मिल गई है।
खासतौर पर चीन की सरकार ने 140 अरब डॉलर के पैकेज का ऐलान जब से किया है, तब से चीन के शेयर बाजार में तेजी का माहौल है। उसका असर भारतीय शेयर बाजार पर देखने को मिल रहा है। अमेरिका और यूरोप के निवेशक भारत के शेयर बाजार से लगातार पैसा निकालकर शंघाई और हॉंगकॉंग के बाजारों में लगा रहे हैं।
नतीजा यह है कि चालू अक्टूबर के महीने में ही विदेशी निवेशक करीब 90 हजार करोड़ रुपए निकाल चुके हैं। दूसरी ओर इजराइल और ईरान के बीच के तनाव ने भी ग्लोबल शेयर बाजार को हिलाया हुआ है।
साथ अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में काफी अस्थिरता देखने को मिल रही है। कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर देखी जा रही है और उसकी वजह से निवेशक शेयर बाजार की जगह दूसरे सुरक्षित ठिकाने में निवेश कर रहे हैं। इससे भारतीय शेयर बाजार के छोटे और मध्यम सेगमेंट को और भी ज्यादा नुकसान देखने को मिला है।
बीएसई मिडकैप इंडेक्स 2.52 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स 3.81 फीसदी टूट गया। सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी पीएसयू बैंक (4.18 प्रतिशत नीचे), रियल्टी (3.38 प्रतिशत नीचे) और मेटल (3 प्रतिशत नीचे) सबसे अधिक गिरे।
निफ्टी ऑटो, मीडिया, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑयल एंड गैस प्रत्येक में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। निफ्टी बैंक इंडेक्स में 1.36 फीसदी की गिरावट आई जबकि प्राइवेट बैंक इंडेक्स को 0.97 फीसदी का नुकसान हुआ।