मोतिहारी : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार की यात्रा पर निकलने वाले हैं। यात्रा के दौरान वह चंपारण भी आएंगे। जिसके तहत जीविका दीदियों को संबोधित करेंगे। नीतीश कुमार के जिला आगमन से पहले जिला पुलिस प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया है। पूर्वी चंपारण जिले के 9538 शराब माफियाओं की कुंडली तैयार की है। एसपी स्वर्ण प्रभात ने पहले ही स्थानीय थाना प्रभारी और चौकीदार को यह बड़ी जिम्मेदारी दी थी कि वह अपने-अपने पंचायत में थानों के इलाके में शराब माफियाओं की पूरी लिस्ट तैयार करें ताकि उन पर कड़ी कार्रवाई की जा सके।
पूर्वी चंपारण जिले की आबादी का महज कुछ हिस्सा ही शराब कारोबार में जुटा हुआ है। वैसे स्थिति में एसपी ने सख्त निर्देश दिया है कि जमानत पर आए कारोबारी शराब के कांडों में फरार अभियुक्त जो सक्रिय है उनकी गतिविधि पर पूरी नजर रखी जाए। एसपी ने यह शख्त निर्देश भी दिया है कि इस शराब माफियाओं को किसी तरह की कोई व्यक्ति भी पनाह नहीं दे। शराब माफियाओं के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई शुरू हुई है जो आगे भी जारी रखी जाएगी। शराबबंदी कानून का मजाक उड़ाने वाले पर हर हाल में कार्रवाई होगी। पूर्वी चंपारण जिला नेपाल, सीतामढ़ी, गोपालगंज, शिवहर और मुजफ्फरपुर से सटा हुआ इलाका है। पूर्व में बागमती नदी, पशिचम में गंडक नदी और बीच में बूढ़ी गंडक नदी के दियारा इलाके में बड़े पैमाने पर देशी शराब की भी कारोबार फल-फूल रहे थे। पुलिस के एक्शन से लगातार शराब कारोबारी पकड़े जा रहे हैं और भट्ठियों को बर्बाद किया जा रहा है।
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वहीं पुलिस प्रशासन की यह कोशिश है कि शराब के कारोबार से अर्जित धन को भी कानून के तहत जब्त करवाने की कोशिश की जाएगी। ताकि शराब कारोबारी में हड़कंप मच सके। जो सूची एसपी कार्यालय से जारी हुई है उसमें शराब कांड में फरार कारोबारी 1273 जमानत पर छूटे हुए करबारी 5755 और संदिग्ध शराब कारोबारी की संख्या 2510 है। एसपी स्वर्ण प्रभात लगातार एक्शन मोड में है। शराब कारोबारी पर जिस प्रकार गोपालगंज में दहशत फैलाया था। वैसे ही दहशत फैलाने की रणनीति पूर्वी चंपारण में थी।
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सोहराब आलम की रिपोर्ट