रांची: रांची में खाद्य पदार्थों के दामों में आसमान छूने का सिलसिला जारी है, जिससे उपभोक्ताओं के लिए रोजमर्रा की जरूरी चीजों की खरीदारी मुश्किल हो रही है। तेल, मसाले, दालों, और अन्य खाद्य सामग्री की कीमतों में अचानक वृद्धि हो गई है, और इसका मुख्य कारण बाजार में नई फसल का न आना है। पुरानी आपूर्ति की वजह से इन वस्तुओं की कीमतें अधिक हो रही हैं और बाजार में इनकी उपलब्धता भी कम हो गई है।
रिपवाइन तेल की कीमत 175 रुपये प्रति लीटर, हाथी बंड तेल 160 से 175 रुपये प्रति लीटर और इंजन साप तेल 160 रुपये प्रति लीटर बिक रहे हैं। सरसों तेल की कीमत भी 160 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई है। इसके अलावा, मसालों के दामों में भी भारी उछाल आया है। छोटी इलायची 4000 रुपये प्रति किलो, बड़ी इलायची 2200 रुपये, लॉग 1300 रुपये, गोल्फको 100 रुपये और जीरा 400 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
दालों की कीमतें भी बढ़ गई हैं, जैसे मूंग दाल 110 रुपये, अरहर दाल 160 रुपये, और मसूर दाल 80 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं। खासकर ठंड में तेल की मांग में भारी वृद्धि होने के कारण इनकी कीमतों में उछाल आया है।
सर्दियों में तेल और मसालों की खपत बढ़ने के कारण बाजार में इनकी कीमतें ऊंची बनी हुई हैं। हालांकि, उम्मीद की जा रही है कि गर्मियों में नई फसल आने के बाद इन दामों में कमी देखने को मिल सकती है।
इसके अलावा, अन्य खाद्य सामग्री जैसे पापड़ और मक्खन की कीमतों में भी वृद्धि हुई है। पापड़ का पैकेट अब 99 रुपये में बिक रहा है, जबकि मक्खन 60 रुपये में 300 ग्राम मिल रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में इन बढ़ी हुई कीमतों का असर उपभोक्ताओं की खरीदारी पर पड़ेगा। हालांकि, सर्दी के मौसम में इन वस्तुओं की खपत बढ़ने से बाजार में मांग में उछाल आ सकता है। जैसे-जैसे नई फसल बाजार में आएगी, दामों में राहत मिल सकती है।