नई दिल्ली : कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि ये वैरिएंट कम से कम 23 देशों में फैल चुका है और इसके अन्य देशों को प्रभावित करने की भी पूरी आशंका है. इसमें अमेरिका भी शामिल है. चौंकाने वाली बात ये है कि अमेरिका के कैलिफॉर्निया में जो शख्स ओमिक्रॉन से संक्रमित हुआ है, उसे कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थीं. WHO प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयसस ने बुधवार को कहा कि ओमिक्रॉन WHO के छह में से पांच क्षेत्रों के कम से कम 23 देशों में पैर पसार चुका है. उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट अभी कहीं ज्यादा देशों में फैलेगा.
ओमिक्रॉन वैरिएंट सऊदी अरब में भी दस्तक दे चुका है. गल्फ देश में यह अपनी तरह का पहला मामला है. बताया जा रहा है कि जिस व्यक्ति में ओमिक्रॉन के लक्षण दिखे हैं, वह कुछ ही दिनों पहले उत्तरी अफ्रीका से लौटा था. संक्रमित व्यक्ति को कड़ी निगरानी में रखा गया है. वहीं इसके संपर्क में आए लोगों को भी क्वारंटीन कर दिया गया है.
कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गया है. कई हेल्थ एक्सपर्ट्स ने ओमिक्रॉन को डेल्टा वैरिएंट से भी घातक बताया है. ओमिक्रॉन के चलते दुनिया के कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका यात्रा को सीमित कर दिया है. कोविड का यह वैरिएंट वैक्सीन लगवा चुके लोगों के बीच भी तेजी से फैल रहा है. WHO का कहना है कि इससे संक्रमण बढ़ने का उच्च जोखिम है.
भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट का एक भी केस सामने नहीं आया है. हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद में यह जानकारी दी थी. उन्होंने कहा था कि नया वैरिएंट भारत में न आए, इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. हालांकि, भारत में कई संदिग्ध केस सामने आ चुके हैं. बुधवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर लंदन और एम्स्टर्डम से आए चार यात्री कोरोना संक्रमित मिले थे. इन सभी की आरटीपीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए इनके सैंपल भेजे गए हैं और मरीजों को LNJP में भर्ती कराया गया है.
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