Garhwa : गढ़वा जिले के रंका प्रखंड अंतर्गत महत्वाकांक्षी हाठू नदी पर निर्माणाधीन पुल में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा सामने आई है। पुल के फाउंडेशन में मानकों की खुली अनदेखी कर संवेदक द्वारा बिना आवश्यक गहराई (रिक्वायर्ड डेप्थ) के ही ढलाई की तैयारी कर ली गई थी। फाउंडेशन में न तो पीसीसी किया गया और न ही निर्धारित मानकों के अनुसार रॉड का उपयोग किया गया। इसके बजाय, अधिक स्पेसिंग में लोकल रॉड, जिसकी कठोरता (हार्डनेस) मानक से अधिक थी, का इस्तेमाल किया जा रहा था।
ग्रामीणों की सतर्कता ने रोका बड़ा घोटाला
यदि ग्रामीण समय पर ढलाई नहीं रोकते, तो एक सप्ताह पूर्व ही फाउंडेशन की ढलाई पूरी कर दी जाती। आज संवेदक द्वारा आनन-फानन में बंधाई की गई रॉड को फाउंडेशन से बाहर निकालकर 6 फीट गहराई और बढ़ाने की बात कही जा रही है। सवाल यह उठता है कि अगर उस दिन ग्रामीण विरोध नहीं करते, तो क्या मानकों के विपरीत ढलाई पूरी हो जाती? इससे पुल के भविष्य में धंसने, डूबने और बहने का गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता था।
Garhwa : इंजीनियर और संवेदक की मिलीभगत का आरोप
विभाग के इंजीनियर से संपर्क करने पर उन्होंने स्वीकार किया कि संवेदक मानकों का उल्लंघन करने का प्रयास कर रहा था। जांच में पाया गया कि फाउंडेशन की गहराई पर्याप्त नहीं थी। इससे स्पष्ट होता है कि यह संवेदक और इंजीनियर की मिलीभगत से योजनाबद्ध लूट का प्रयास था, जिसे ग्रामीणों की जागरूकता ने विफल कर दिया।
जनता में उबाल, भाजपा ने कड़ी कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने भाजपा नेता विनोद चंद्रवंशी से संपर्क कर इस पूरे मामले की जानकारी दी। चंद्रवंशी ने कहा कि यह घटना सिर्फ एक पुल तक सीमित नहीं है। पूरे विधानसभा क्षेत्र में सरकारी कार्यों में मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यह जनता के पैसों की लूट है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दोषी संवेदक और भ्रष्ट इंजीनियरों पर सख्त कानूनी कार्रवाई हो। पूरे विधानसभा क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों की व्यापक जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया जाए। फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर काम कर रहे संवेदकों पर तुरंत रोक लगाई जाए। विधानसभा में इस मुद्दे को उठाकर राज्य सरकार को जवाबदेह बनाया जाए।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता की एकजुटता जरूरी
भाजपा नेता विनोद चंद्रवंशी ने कहा कि यह घटना बताती है कि राज्य में किस प्रकार लूट और भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। जनता को जागरूक और संगठित होकर ऐसे भ्रष्टाचारियों के खिलाफ आवाज उठानी होगी। उन्होंने विश्वास दिलाया कि भाजपा इस लड़ाई को विधानसभा से सड़क तक ले जाएगी और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
ग्रामीणों की सजगता से एक बड़ा हादसा और सरकारी धन की लूट रोकी गई है। यह घटना राज्य सरकार की विफलता और प्रशासन की निष्क्रियता को उजागर करती है। जनता में इस लापरवाही और भ्रष्टाचार को लेकर गहरा आक्रोश है। अगर ऐसे मामलों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो जनाक्रोश और अधिक उग्र हो सकता है। यह सिर्फ पुल निर्माण का मामला नहीं है, बल्कि यह जनता के विश्वास और धन पर चोट है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाना अनिवार्य है।