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लखनऊ : CM Yogi ने निलंबित IAS अभिषेक प्रकाश के खिलाफ बिठाई विजिलेंस जांच। CM Yogi आदित्यनाथ ने यूपी में भ्रष्टाचार के आरोपों में हुई जांच में प्रथम दृष्ट्या दोषी मिले IAS अभिषेक प्रकाश को एक दिन पहले निलंबित किया था और अब उसी निलंबित IAS अभिषेक प्रकाश के खिलाफ विजिलेंस जांच भी बिठा दी है।
बता दें कि IAS अभिषेक प्रकाश फिलहाल CM Yogi आदित्यनाथ के महत्वाकांक्षी इन्वेस्ट यूपी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) के रूप में कार्यरत थे। उसी क्रम में सौर ऊर्जा के कलपुर्जे बनाने का संयंत्र लगाने के लिए पहुंचे निवेशक से रिश्वत मांगने के आरोप की पुष्ट जानकारी मिलते ही CM Yogi ने एक दिन पहले ही निलंबन का एक्शन लिया।
सौर ऊर्जा के कलपुर्जे बनाने का संयंत्र लगाने के लिए निवेशक से रिश्वत मांगने के IAS अभिषेक प्रकाश के खिलाफ मिली गोपनीय जानकारी पर CM Yogi ने गंभीर संज्ञान लिया था। CM Yogi ने तुरंत इस मामले की जांच कराई। जांच में IAS अभिषेक प्रकाश को प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया तो फिर एक्शन हुआ।
निलंबित IAS ने 400 करोड़ की मांगी थी रिश्वत
अपनी सरकार के महत्वाकांक्षी परियोजना इन्वेस्ट यूपी में कार्यरत मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) IAS अभिषेक प्रकाश की ऐसी करनी सामने आने पर CM Yogi आदित्यनाथ काफी नाराज बताए जा हैं। मौजूदा मामला SAEL Solar P6 प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि (निवेशक) विश्वजीत दत्ता की शिकायत करने के बाद उजागर हुआ।
दत्ता ने बीते 20 मार्च को शिकायत लिखवाई थी कि वो राज्य में सोलर सेल, सोलर पैनल और सोलर प्लांट के पुर्जे बनाने की फैक्ट्री स्थापित करना चाहते हैं। उसके लिए उन्होंने आवेदन भी दिया था। हालांकि कमीशन न देने के कारण उनकी फाइल बार-बार टाल दी गई।
शिकायतकर्ता निवेशक ने आरोप लगाया कि IAS अभिषेक प्रकाश ने उनसे निकांत जैन से मिलने को कहा और स्पष्ट कर दिया कि यदि जैन सहमति देंगे, तभी काम होगा। दत्ता ने बताया कि जब वो निकांत जैन से मिले, तो उन्होंने 5% कमीशन की मांग रखी।
यानी 8000 करोड़ के निवेश की फाइल पास करने के लिए 400 करोड़ घूस की डिमांड की गई थी। कमीशन मांगने के आरोपी अभिषेक प्रकाश की नियुक्ति विभाग की संस्तुति पर गृह विभाग ने विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं।
बता दें कि निलंबित IAS अभिषेक प्रकाश 2006 बैच की नागालैंड कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। साल 2011 में काडर परिवर्तित कर यूपी में आए थे। उसके बाद कई अहम पदों पर रहे।
सबसे पहले वह तब दंगाग्रस्त रहे बरेली में DM पद पर तैनात हुए थे और दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई में अपने तेवर से काफी सुर्खियां बटोरी थीं।

CM Yogi की भृकुटी तनते ही अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू
निलंबित IAS अभिषेक प्रकाश के खिलाफ CM Yogi आदित्यनाथ की भृकुटी तनते ही यानी संकेत होते ही शासन ने अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शुरू कर दी है। लखनऊ में वसूली के आरोप में निलंबित किए गए IAS अधिकारी अभिषेक प्रकाश के खिलाफ योगी सरकार ने भी विजिलेंस जांच के आदेश दे दिए है।
आरोप है कि सीनियर IAS अधिकारी अभिषेक प्रकाश कई महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती के दौरान अकूत संपत्ति अर्जित की है। IAS अभिषेक प्रकाश के पास हजारों करोड़ की जमीन, मकान और होटल होने की जानकारी भी प्रदेश सरकार तक पहुंची है। साथ ही विभिन्न परियोजनाओं एवं सरकारी कामकाज में भी अभिषेक प्रकाश द्वारा मोटी राशि उगाहने की बात सामने आई है।
बताया जा रहा है कि CM Yogi की भृकुटी तनते ही निलंबित IAS अभिषेक प्रकाश की काली कमाई की कुंडली निकली जानी शुरू कर दी गई है। संकेत दिया गया है। IAS अभिषेक के बरेली, लखीमपुर, हमीरपुर, लखनऊ में DM, LDA VC पोस्टिंग के समय जुटाई गई संपत्ति की जांच विजिलेंस टीम करेगी।
निलंबित IAS अभिषेक प्रकाश का नाम पहले भी तमाम विवादों में सामने आ चुका है। लखनऊ के DM रहने के दौरान भटगांव में डिफेंस कॉरिडोर के लिए जमीन अधिग्रहण हुआ था। शिकायत के आधार पर राजस्व परिषद की टीम से मामले की जांच कराई गई। उसमें अभिषेक प्रकाश समेत कई अधिकारी और कर्मचारियों के नाम आए थे।
नियमों को ताक पर रखकर जमीन अधिग्रहण का मुआवजा बांटा गया। राजस्व परिषद ने इस मामले पूरी रिपोर्ट नियुक्ति विभाग को भेज दी थी। अब उस रिपोर्ट के आधार पर भी IAS अभिषेक प्रकाश पर कार्रवाई हो सकती है।
इसके अलावा बरेली में DM के रूप में तैनाती के दौरान भी चर्चा में रहे। बरेली- लखनऊ हाईवे पर अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा मुहैया करने का दावा कर बसाई गई निजी टाउनशिप में स्टांप कम लगाए जाने पर उनकी भूमिका पर सवाल उठे थे।

CM Yogi बोले – किसी भी दशा नहीं बख्शे जाएंगे भ्रष्टाचारी…
इसी परिप्रेक्ष्य में बिना किसी का नाम लिए एक कार्यक्रम में CM Yogi आदित्यनाथ ने दृढ़ता से कहा कि – ‘…किसी भी दशा में भ्रष्टाचार में संलिप्त लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। …भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती के साथ लड़ने की आवश्यकता है।
…यह तभी हो सकता है जब समाज, सरकार के साथ खड़ा होकर लड़ने के जज्बे के साथ तैयार हो। …आपका विकास आपके लिए है, आने वाली पीढ़ी के लिए है, उसका कोई विकल्प नहीं हो सकता।
…प्रदेश सरकार अपराध और अपराधियों, भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कार्य कर रही है। …युवा उद्यमी धैर्य के साथ अपने निवेश को आगे बढ़ाएं। प्रदेश सरकार ने युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।

…विगत 24 जनवरी को उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी के कर-कमलों से मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान की शुरुआत की गयी।
…31 मार्च, 2025 तक इस योजना के अन्तर्गत 1 लाख नये युवा उद्यमी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान में अब तक 3 लाख से अधिक युवाओं ने रजिस्ट्रेशन किया है।
…32,700 से अधिक युवाओं के ऋण स्वीकृत हो चुके हैं। शेष पात्र युवाओं को ऋण वितरित किए जाएंगे। …आवेदनों की स्क्रीनिंग की जा रही है। युवा जिस कार्य के लिए लोन लेना चाहते हैं, उसकी ट्रेनिंग अवश्य लें। युवाओं द्वारा लिए गए ऋण का मूलधन वापस करने पर 10 लाख रुपये तक के लोन की सुविधा प्राप्त होगी।
…डबल इंजन सरकार द्वारा युवाओं को नौकरी और रोजगार से जोड़ने के लिए अनेक कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। बहुत से युवा अपना स्वयं का स्टार्टअप, व्यवसाय करना चाहते हैं।
…उनके लिए नए अवसर प्राप्त हों, इसके लिए प्रदेश सरकार ने ओडीओपी योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना जैसी विभिन्न योजनाएं संचालित की हैं। …जो देश अपने हस्तशिल्पियों, कारीगरों, युवाओं, अन्नदाता किसानों को सम्मान देता है, वही समृद्धि के शिखर पर पहुंचता है।’