रांची: जय जगन्नाथ के जयघोष के बीच रांची के ऐतिहासिक जगन्नाथपुर मंदिर से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का शुभारंभ आज शाम 5 बजे होगा। सुबह 4 बजे से ही मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना शुरू हो गई है। 5 बजे के बाद से आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट खोल दिए गए हैं। पूरे दिन भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और माता सुभद्रा की पूजा होती रहेगी।
दोपहर 2 बजे तीनों विग्रहों को रथ की ओर ले जाया जाएगा और 2:30 बजे तक उन्हें रथ पर स्थापित कर दिया जाएगा। 3 बजे से 4 बजे तक भक्त रथ के पास पूजा कर सकेंगे। 4:30 बजे तक पुष्पवर्षा के बाद 5 बजे से रथ यात्रा की विधिवत शुरुआत होगी, जो हटिया स्थित मौसीबाड़ी तक जाएगी। यह यात्रा हटिया डीएसपी के नेतृत्व में संचालित की जाएगी।
रात्रि 7:30 बजे तक भगवान की मूर्तियों को मौसीबाड़ी में स्थापित कर दिया जाएगा। रात्रि 8 बजे भव्य आरती के साथ रथ मेला का औपचारिक उद्घाटन होगा। भारी बारिश के बावजूद प्रशासन और श्रद्धालुओं में उत्साह की कोई कमी नहीं दिख रही है।
इस वर्ष रथ यात्रा के मुख्य अतिथि झारखंड के राज्यपाल संतोष गांगवार होंगे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पिता शिबू सोरेन के इलाज के चलते दिल्ली में हैं, इसलिए वे शामिल नहीं हो सकेंगे।
प्रशासन की सख्त निगरानी और चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था
मेले में 400 से अधिक पुलिसकर्मी, महिला बल, खुफिया एजेंसी के अधिकारी और वर्दीधारी कर्मी तैनात किए गए हैं। पांच वॉच टावर और 400 से अधिक सीसीटीवी कैमरे मेले की निगरानी कर रहे हैं। महिलाओं और बुजुर्गों के लिए हेल्प डेस्क बनाए गए हैं।
प्लास्टिक फ्री मेला और सुरक्षित झूले
इस बार मेला पूरी तरह प्लास्टिक फ्री रहेगा। सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया है और उसकी जगह दोना-पत्तल के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। झूला संचालकों का सुरक्षा सत्यापन पूरा कर लिया गया है।
यातायात और अन्य सुविधाएं
जगन्नाथपुर मंदिर मार्ग पर यातायात में बदलाव किया गया है। पुराने विधानसभा के आगे बैरिकेडिंग कर पार्किंग जोन बनाया गया है। वहां से पैदल ही श्रद्धालु मेले में प्रवेश कर सकेंगे। मेला क्षेत्र में फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस, मेडिकल कैंप और पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई है।
बारिश के बावजूद रांचीवासियों में भगवान जगन्नाथ की एक झलक पाने और मेले का आनंद लेने का उत्साह चरम पर है।