Giridih : जेएनयू छात्र संघ की चल रही अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल आज 15वें दिन में प्रवेश कर चुकी है। छात्रों की चार ठोस मांगों के समर्थन में आइसा गिरिडीह जिला कमिटी द्वारा शुक्रवार दोपहर 3 बजे सरिया में जोरदार प्रतिवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर आइसा गिरिडीह जिला अध्यक्ष अमन पांडेय ने कहा कि जेएनयू की स्वायत्तता, सामाजिक न्याय और लोकतांत्रिक परंपराओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। पीएचडी छात्रों को हॉस्टल से निकाला जाना, MCM छात्रवृत्ति की उपेक्षा, शिक्षा का निजीकरण और व्यवसायीकरण प्रॉक्टोरियल दमन और एनटीए के माध्यम से भेदभावपूर्ण प्रवेश प्रणाली थोपना-ये सब गरीब और वंचित तबकों को उच्च शिक्षा से बाहर धकेलने की साज़िश है।
स्वायत्त प्रवेश परीक्षा को तत्काल बहाल किया जाए
वहीं प्रतिवाद सभा को राज्य परिषद् सदस्य कॉमरेड राहुल राज मंडल,सरिया प्रखंड संयोजक शुभम मिश्रा, इंदरजीत कुमार, निजाम अंसारी, निलेश कुमार दास,राजीव पांडेय, समेत अन्य साथियों ने संबोधित कियाl
उन्होंने अपने सम्बोधन मे कहा की हम साफ कहना चाहते हैं – जेएनयू केवल एक विश्वविद्यालय नहीं, वह जनतांत्रिक शिक्षा और समानता की उम्मीद है। हम इसे खत्म नहीं होने देंगे। हम मांग करते हैं: स्वायत्त प्रवेश परीक्षा को तत्काल बहाल किया जाए , पीएचडी छात्रों को हॉस्टल से बेदखल करने की प्रक्रिया पर रोक लगया जाये, प्रॉक्टोरियल जांच व CPO मैनुअल को रद्द किया जाए, MCM छात्रवृत्ति को ₹5000 किया जाए। जेएनयू के साथियों की लड़ाई हमारी लड़ाई है। आइसा हर जगह इस संघर्ष को जन-जन तक पहुंचाएगा।
राज रवानी की रिपोर्ट–