Wednesday, July 16, 2025

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छुट्टी के बाद क्लासरूम में बंद रह गई 5 साल की बच्ची, दो घंटे बाद गांव वालों ने बचाया

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हजारीबाग: राजकीय मध्य विद्यालय, बरहे में शुक्रवार को लापरवाही की पराकाष्ठा देखने को मिली। स्कूल प्रशासन की गलती से एक पांच वर्षीय बच्ची निशिता कुमारी छुट्टी के बाद भी क्लासरूम में बंद रह गई और लगभग दो घंटे तक रोती रही। बच्ची की चीख-पुकार सुनकर गांव के बच्चों ने उसकी जान बचाई।

जुड़वां बहनों में से एक नहीं पहुंची घर, परिवार में मचा हड़कंप

निशिता के पिता मुनेश गोप ने बताया कि उनकी जुड़वां बेटियां निशिता और मीनाक्षी कक्षा एक की छात्रा हैं। शुक्रवार को जब दोपहर 3 बजे स्कूल की छुट्टी हुई तो मीनाक्षी घर आ गई, लेकिन निशिता नहीं लौटी। परिजन और गांववाले दो घंटे तक पूरे गांव में निशिता को ढूंढते रहे।

बकरी चरा रहे बच्चों ने बचाई जान, स्कूल की ग्रिल तोड़कर निकाली गई बच्ची

शाम को कुछ बच्चों ने स्कूल के कमरे से रोने की आवाज सुनी। उन्होंने खिड़की से झांककर देखा तो निशिता अंदर बंद थी। इसके बाद ग्रामीणों ने स्कूल पहुंचकर ग्रिल तोड़ी और बच्ची को बाहर निकाला। बच्ची उस समय डरी-सहमी रो रही थी।

प्रधानाचार्य ने नहीं दिखाई गंभीरता, फोन पर कहा- बच्ची मरी तो नहीं?

घटना की सूचना जब प्रधानाचार्य गन्ना उरांव को दी गई तो उन्होंने गंभीरता न दिखाते हुए कहा, “बच्ची ठीक है न, मर तो नहीं गई?” ग्रामीणों और परिजनों के बुलाने पर भी वे स्कूल नहीं पहुंचे।

बच्चों ने ही लगा दिया था ताला, शिक्षकों ने नहीं की जांच

प्रभारी प्रधानाचार्य ने सफाई देते हुए कहा कि छुट्टी के बाद बच्चों ने ही कमरे में ताला लगा दिया और चाबी शिक्षकों को सौंप दी, लेकिन किसी ने कमरे के अंदर झांक कर नहीं देखा, जिससे यह चूक हुई।

बच्ची सुरक्षित लेकिन मानसिक रूप से आहत

हालांकि निशिता को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, लेकिन यह घटना प्रशासनिक लापरवाही और बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। इस लापरवाही के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हैं और जांच की मांग कर रहे हैं।