Sunday, July 20, 2025

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अस्पताल से महिला को रेफर करने के बाद हुई मौत, परिजनों ने…

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पश्चिम चंपारण: पश्चिम चंपारण में इलाज के दौरान एक प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने जम कर हंगामा किया। करीब 4 घंटे के हंगामे के बाद पुलिस परिजन को किसी तरह शांत करवा सकी। घटना पश्चिम चंपारण के मंझौलिया में स्थित एक निजी नर्सिंग होम की है जहां नौतन खुर्द पंचायत के वार्ड 4 निवासी जीवन साह की पत्नी रानी देवी की इलाज के दौरान मौत हो गई।

महिला की मौत के बाद परिजनों ने कहा कि विगत दो दिनों से गर्भवती रानी देवी का इलाज निजी नर्सिंग होम में चल रहा था। शनिवार की सुबह डॉक्टरों ने बेतिया के जाने की बात कही और बेतिया जाने के दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। महिला की मौत के बाद आक्रोशित परिजन शव लेकर वापस उसी निजी क्लीनिक आ पहुंचे और गेट पर शव रखकर चीख पुकार मचाते हुए बवाल करने लगे।

सूचना पाकर थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह दरोगा अंकित कुमार, अमित कुमार, भानु प्रकाश सिंह तथा पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच आक्रोशित परिजनों को समझाकर शांत करने का प्रयास किया लेकिन परिजन क्लीनिक को बंद करने तथा क्लीनिक संचालक पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग पर अड़ गए।  थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने कहा कि मृतक के परिजनों द्वारा आवेदन मिलते ही सुसंगत धाराओं के साथ प्राथमिकी दर्ज करते हुए कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

बता दें कि उक्त क्लीनिक के बोर्ड पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौलिया के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनुपम प्रसाद का नाम और रजिस्ट्रेशन नंबर भी अंकित है। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर अनुपम प्रसाद की संरक्षण में उक्त नर्सिंग होम का संचालन होता है। इस संदर्भ में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अनुपम प्रसाद ने अपनी संलिप्तता से इनकार करते हुए कहा है कि मेरे नाम का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। मैं संचालक के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करूंगा। समाचार प्रेषण तक मृतक के परिजन क्लीनिक को सील करने और कानूनी कार्रवाई करने की मांग पर अड़े हुए है।

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पश्चिम चंपारण से दीपक कुमार की रिपोर्ट