रांची: JPSC की संयुक्त असैनिक सेवा परीक्षा 2023 का फाइनल रिजल्ट गुरुवार तड़के 4 बजे जारी कर दिया गया। इस बार इस प्रतिष्ठित परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया है धनबाद निवासी आशीष अक्षत ने। सामान्य श्रेणी से टॉपर बने आशीष न केवल एक मेधावी छात्र रहे, बल्कि बीते 9 वर्षों से वे एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हुए इस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने मानवशास्त्र Anthropology विषय के साथ यह सफलता अर्जित की है। उन्हें डीएसपी (झारखंड पुलिस सेवा) के रूप में नियुक्ति मिली है।

“सपना देखो और डटे रहो” – कहते हैं टॉपर आशीष अक्षत
हमने आशीष अक्षत से फोन पर विशेष बातचीत की। उन्होंने बताया—
“मैंने कभी सरकारी नौकरी का सपना नहीं छोड़ा, भले ही मेरी निजी नौकरी चलती रही। ऑफिस से लौटकर पढ़ाई करना आसान नहीं होता, लेकिन जब मन में जिद हो, तो सब मुमकिन है।”
वे कहते हैं कि प्राइवेट नौकरी के साथ संतुलन बनाना बहुत चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन सीमित समय में उन्होंने स्मार्ट स्टडी पर जोर दिया। उन्होंने स्टेटिक विषयों की गहराई से पढ़ाई की और मॉक टेस्ट को नियमित बनाया।
टाइम मैनेजमेंट बना सफलता की कुंजी
नौकरी और पढ़ाई के बीच संतुलन पर आशीष कहते हैं:
“मैं रोज 4-5 घंटे ही पढ़ाई कर पाता था, लेकिन उस समय को पूरी तरह समर्पित कर देता था। ऑफिस के बाद रात को देर तक पढ़ाई करता और छुट्टियों का पूरा उपयोग करता।”
उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने सिलेबस को कई बार दोहराया और पिछले सालों के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण किया।
स्मार्ट स्ट्रैटेजी और करंट अफेयर्स की पकड़
आशीष ने बताया कि झारखंड जीएस (JPSC विशेष) की तैयारी के लिए उन्होंने राज्य सरकार की योजनाओं, विभागीय रिपोर्ट्स और अखबारों को प्रमुख स्रोत बनाया। उन्होंने करंट अफेयर्स को रोज अपडेट किया और टॉपिक वाइज नोट्स बनाए।
“जो पढ़ा, उसे बार-बार लिखा और खुद से सवाल पूछे। यह आदत मेरी सबसे बड़ी ताकत बनी।”
परिवार का रहा मजबूत साथ
संघर्ष के इस लंबे सफर में परिवार का योगदान भी कम नहीं रहा। आशीष कहते हैं—
“मेरे माता-पिता ने हमेशा मेरा मनोबल बढ़ाया। जब मैं थकता था, तब उनका विश्वास मेरी ताकत बनता था। कभी मुझसे यह नहीं पूछा कि कब रिजल्ट आएगा, बल्कि यही कहा कि जितनी देर लगे, लेकिन मंजिल जरूर मिले।”
भविष्य की योजना: प्रशासन में बदलाव की चाह
डीएसपी के पद पर चयनित हुए आशीष अब प्रशासनिक सेवा में ईमानदारी और पारदर्शिता लाने का सपना देख रहे हैं। वे कहते हैं:
“मुझे झारखंड की जमीनी हकीकत का अनुभव है। मैं चाहता हूं कि कानून का डर और न्याय का विश्वास हर नागरिक के दिल में हो।”
अंत में युवाओं के लिए संदेश
आशीष का संदेश हर उस छात्र के लिए है जो सीमित संसाधनों में बड़ी सफलता का सपना देखता है—
“कोई भी तैयारी आसान नहीं होती। लेकिन अगर आप अपनी ऊर्जा को दिशा दे दें और रोज थोड़ा-थोड़ा करके आगे बढ़ते रहें, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं। हार मानने का विकल्प मत चुनिए।”
JPSC 2023 का रिजल्ट कुल 342 अभ्यर्थियों के लिए जारी हुआ है। इसमें अभय कुमार (ST कैटेगरी) दूसरे स्थान पर और रवि रंजन (जनरल) तीसरे स्थान पर रहे हैं।
🔗 पूरा रिजल्ट और सूची देखने के लिए उम्मीदवार JPSC की आधिकारिक वेबसाइट jpsc.gov.in पर जा सकते हैं।
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