हजारीबाग:JPSC के फाइनल रिजल्ट में चौपारण की बेटी स्वाति केशरी ने शानदार रैंक हासिल की है। उनके माता-पिता की सादगी और संकल्प ने यह सिद्ध कर दिया है कि अगर परिवार का साथ और बेटियों को आगे बढ़ाने की सोच हो, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होती।
स्वाति केशरी के पिता एक स्थानीय व्यवसायी हैं, जिन्होंने चौपारण जैसे ग्रामीण क्षेत्र में रहते हुए अपनी बेटी को उच्च शिक्षा के लिए हजारीबाग और रांची जैसे शहरों तक भेजा। उनकी माता भी शिक्षित हैं, और स्वाति की पढ़ाई में बराबरी से सहयोग करती रहीं।
जब जेपीएससी का रिजल्ट आया, तो पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। मां भावुक होकर कहती हैं कि यह पल हमारे लिए बेहद खास और लंबे इंतजार के बाद आया है। उन्होंने बताया कि समाज और रिश्तेदारों से तानों का सामना करना पड़ा, लेकिन वे डटे रहे और स्वाति की पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी।
पिता बताते हैं कि वे शिक्षा के महत्व को समझते हैं और बेटी-बेटे में कोई भेद नहीं करते। उन्होंने अपनी तीन बेटियों में से हर एक को पढ़ाया और स्वाति को लेकर शुरू से यही सपना था कि वह एक दिन कुछ बड़ा करेगी। “लोग ताने देते थे, लेकिन हमने जवाब नहीं दिया। आज हमारी बेटी की सफलता ही सबसे बड़ा जवाब है,” वे कहते हैं।
स्वाति की पढ़ाई पब्लिक स्कूल से शुरू हुई, फिर हजारीबाग में आठ वर्षों तक रहकर उसने शिक्षा पूरी की। वर्तमान में वह JPSC परीक्षा में टॉप रैंक लाकर न केवल अपने परिवार का, बल्कि पूरे चौपारण का नाम रोशन कर चुकी हैं।
पिता का सीधा संदेश है — “बेटी को पढ़ाइए, उसे हर तरह से सहयोग दीजिए। समाज क्या कहता है, उस पर ध्यान मत दीजिए। एक दिन वही बेटी आपके सम्मान की वजह बनेगी।”