रांची: जेएसएससी द्वारा आयोजित सहायक आचार्य परीक्षा के परिणाम में गंभीर गड़बड़ी उजागर हुई है। परिणाम में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां एक ही अभ्यर्थी दो-दो आरक्षित श्रेणियों में पास हो गया। सरायकेला-खरसावां जिले में एक अभ्यर्थी अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC) और पिछड़ा वर्ग (BC) दोनों में चयनित हुआ, जबकि एक अन्य अभ्यर्थी पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जनजाति (ST) दोनों श्रेणियों में सफल रहा।
साहिबगंज जिले के एक अभ्यर्थी का नाम अनारक्षित और अत्यंत पिछड़ा वर्ग, दोनों सूचियों में आया है। वहीं भाषा विषय के एक उम्मीदवार का चयन दुमका और पूर्वी सिंहभूम दोनों जिलों में हुआ है। नियमों के अनुसार, एक उम्मीदवार केवल एक ही आरक्षित वर्ग और एक जिले में चयनित हो सकता है, लेकिन परिणाम में इन नियमों की अनदेखी साफ दिखाई देती है।
परीक्षा विशेषज्ञ मोहम्मद ताहिर हुसैन ने बताया कि आरक्षित वर्ग में नियुक्ति के नियम स्पष्ट हैं और एक ही व्यक्ति का अलग-अलग श्रेणियों में चयन संभव नहीं है। यह गड़बड़ी परिणाम तैयार करने की प्रक्रिया में गंभीर चूक को दर्शाती है।
जेएसएससी के केटरी सुधीर गुप्ता ने कहा कि आयोग के संज्ञान में यह मामला नहीं है। अगर अभ्यर्थी प्रमाण के साथ जानकारी देंगे तो इसे ठीक किया जाएगा।