Hazaribagh : हजारीबाग के St Stephens School में 79वाँ स्वतंत्रता दिवस अत्यंत हर्षोल्लास एवं देशभक्ति की भावना के साथ मनाया गया। सुबह से ही विद्यालय परिसर तिरंगे झंडों, रंग-बिरंगे फूलों और सजावट से सुसज्जित था।
कार्यक्रम का शुभारंभ ठीक सुबह 9:30 बजे हुआ, जब मुख्य अतिथि डॉ. धर्मेंद्र तिवारी, पूर्व कुलपति – वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा (बिहार) ने ध्वजारोहण किया। तिरंगे के फहराते ही समस्त छात्र-छात्राएँ, शिक्षक एवं अभिभावकगण राष्ट्रगान के स्वर में एक साथ गूंज उठे और माहौल देशभक्ति से भर गया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि धीरेंद्र शर्मा, निदेशक, बोधी ट्री फाउंडेशन की गरिमामयी उपस्थिति ने समारोह की शोभा बढ़ा दी। इसके बाद विद्यालय की प्राचार्या कल्पना बारा ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को स्मरण करते हुए छात्रों से निष्ठा, अनुशासन और शिक्षा के माध्यम से देश की सेवा करने का आह्वान किया।
St Stephens School – सांस्कृतिक कार्यक्रम
प्राचार्य के भाषण के बाद विद्यालय के बैंड दल ने लयबद्ध एवं प्रभावशाली प्रस्तुति दी, जिसने सभी का मन मोह लिया। इसके पश्चात कार्यक्रम का सांस्कृतिक भाग आरंभ हुआ—
1. देशभक्ति समूह गीत – विद्यालय के कोरस दल ने सामूहिक स्वर में देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया, जिससे वातावरण भावुक और ऊर्जावान हो उठा।
2. देशभक्ति समूह नृत्य – रंग-बिरंगे परिधानों में सजे विद्यार्थियों ने लोक एवं आधुनिक शैली के मिश्रण से अद्भुत नृत्य प्रस्तुत किया, जिसमें देश की विविधता और एकता का संदेश झलक रहा था।
3. भाषण प्रतियोगिता (देशभक्ति विषय पर) – चयनित विद्यार्थियों ने प्रभावशाली शब्दों में देशप्रेम, आज़ादी का महत्व और युवाओं की जिम्मेदारी पर अपने विचार रखे।
4. रंगोली प्रतियोगिता – विद्यालय प्रांगण में विभिन्न टीमों ने तिरंगे और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े चित्रों की रंगीन एवं रचनात्मक रंगोलियाँ बनाईं, जिन्हें देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।
5. फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता – नन्हे-मुन्ने बच्चों ने स्वतंत्रता सेनानियों एवं राष्ट्रीय प्रतीकों के रूप में मंच पर प्रस्तुति दी, जिसने सभी का दिल जीत लिया।
St Stephens School – अतिथि संबोधन और समापन
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के उपरांत मुख्य अतिथि डॉ. धर्मेंद्र तिवारी ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि स्वतंत्रता केवल अधिकार नहीं, बल्कि कर्तव्यों के निर्वहन का दायित्व भी है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे शिक्षा, ईमानदारी और राष्ट्रभक्ति के माध्यम से भारत को विश्व में अग्रणी बनाने में योगदान दें।
विशिष्ट अतिथि श्री धीरेंद्र शर्मा ने भी विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक उत्तरदायित्व और सतत विकास के महत्व पर प्रेरक विचार साझा किए। इसके बाद विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार, मोमेंटो और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। अंत में मिठाइयाँ वितरित की गईं और ‘भारत माता की जय’ तथा ‘वंदे मातरम्’ के गगनभेदी नारों के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
शशांक शेखर की रिपोर्ट–
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