पड़ोसन को टमाटर-टमाटर कहना पड़ा भारी
Munger- पड़ोसन को ‘टमाटर’ कहना – टमाटर जैसी बात पर भी किसी की हत्या की जा सकती है,
इसकी कल्पना शायद ही आपने की होगी.
लेकिन यह एक सच्चाई है. जगतपुर गांव निवासी महेश दास की हत्या सिर्फ इस लिए कर दी गयी कि
उसके पड़ोसन को यह भ्रम हो गया कि महेश दास उसे ही देख कर बार-बार टमाटर कह रहा है.
दरअसल महेश तिलककारी बाजार से सब्जी की खरीददारी कर लौट रहा था, रास्ते में उसे एक परिचित मिल गया,
वह उससे सब्जी की बढ़ती कीमतों पर चर्चा करने लगा. बढ़ती कीमतों से होने वाली परेशानियों
पर अपनी पीड़ा का इजहार करने लगा.
इसी बीच बगल से महेश दास की पड़ोसन यानी ब्रह्मदेव दास की पत्नी गुजर रही थी.
ब्रह्मदेव दास की पत्नी को लगा कि महेश उसे देख कर ही बार-बार टमाटर-टमाटर बोल रहा है.
वह इसे छेड़खानी समझ बैठी.
उसने यह बात घर आकर अपने पति ब्रह्मदेव दास को बतलायी और ब्रह्मदेव ने भी इसकी
छानबीन करने के बजाय इसे अपने स्वाभिमान पर ले लिया, उसने आव देखा न ताव और
गांव के ही छह लोगों के साथ मिलकर 56 वर्षीय अधेड़ की हत्या कर दी.
अब जब महेश टमाटर के चक्कर में अपनी जान गंवा बैठा है, लोग तरह-तरह की बातें कर रहें है,
सबों को इस बात की जानकारी हो रही है कि बाजार में सब्जी की बढ़ती कीमत और
विशेषकर टमाटर की आसमान छूती कीमत की चर्चा करना महेश को महंगा पड़ गया,
सिर्फ टमाटर की चर्चा पर उसे अपनी जान गंवानी पड़ी.