Sri Lanka Crisis –श्री लंका के हालात दिन पर दिन बेहद खराब होने की खबर है. सरकार विरोधी प्रर्दशनों पर कोई अंकुश लगता दिख नहीं रहा है. प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री रॉनिल विक्रमसिंघे के आवासों पर कब्जा कर लिया है. श्रीलंकाई संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने ने कहा है कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे 13 जुलाई को अपना इस्तीफा सौंप देंगे.
यहां बता दें कि एक सर्वदलीय बैठक के बाद राजपक्षे को इस्तीफे के लिए पत्र लिखा गया था. पूरे देश में जारी प्रर्दशन के बीच राष्ट्रपति राजपक्षे की कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है. पूरा देश अभूतपूर्व संकट के दौर से गुजर रहा है. पूरा देश अब तक से सबसे खराब दौर से गुजर रहा है.
हालत पर बनी हुई है विदेशी देशों और अन्तराष्ट्रीय दाताओं संस्थाओं की नजर
विदेशी देशों और अन्तराष्ट्रीय दाताओं संस्थाओं की नजर इस पूरे घटनाक्रम पर बनी हुई है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा है कि हालात पर नजर रखी जा रही है. गतिरोध समाप्त होते ही आईएमएफ समर्थित योजनाओं पर काम किया जाएगा. जिस देश के आर्थिक हालात को एक बार फिर से पटरी पर लाया जा सके.
कई पत्रकारों को घायल होने की खबर
सेना प्रमुख जनरल शैवेंद्र सिल्वा ने लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है. ‘कोलंबो गजट न्यूज’ पोर्टल ने बताया कि सिल्वा ने श्रीलंका के सभी लोगों से देश में शांति बनाये रखने के लिए सशस्त्र बलों और पुलिस का समर्थन करने को कहा है. इस बीच कोलंबों के सरकारी अस्पताल में कई मीडिया कर्मियों के भर्ती होने की खबर आयी है. प्रधानमंत्री के निजी आवास में हुए प्रदर्शन के दौरान दो टेलीविजन पत्रकारों के साथ बुरी तरह मारपीट किये जाने की खबर है.