दुमका : दुमका जिले का चर्चित थाना शिकारीपाड़ा के थानेदार सुशील कुमार को उपायुक्त के हस्तक्षेप पर हटाया गया. आयुक्त के आदेश पर हटाये गए जरमुंडी के पूर्व थाना प्रभारी नवल किशोर सिंह को शिकारीपाड़ा का थानेदार बना दिया गया है. आपको बता दें कि शिकारीपाड़ा में कोई भी थानेदार ज्यादा दिन तक टिक नहीं पाता है क्योंकि एक कि पोस्टिंग होती है तो दूसरा नम्बर में रहता है. आरोप है कि यहाँ पोस्टिंग के लिए ऊंची बोली लगाई जाती है जिसका ज्यादा रेट होता है वही थानेदार बनता है क्योंकि यह इलाका नक्सल प्रभावित होने के साथ-साथ अवैध कोयला, बालू और पत्थर खनन के लिए मशहूर है. यहाँ एक साल में कई थानेदार बदल दिए जाते हैं.
सुशील कुमार पर डीएफओ, डीटीओ, जिला खनन पदाधिकारी और शिकारीपाड़ा के सीओ ने कारवाई में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाते हुए उपायुक्त से लिखित शिकायत की थी और प्रशासनिक दृष्टिकोण से उन्हें हटा दिया गया. लेकिन जरमुंडी से नवल किशोर सिंह को भी एक भूखण्ड मामले में कमिश्नर के आदेश पर हटाया गया था और एक सप्ताह के अंदर फिर शिकारीपाड़ा में पोस्टिंग हो गयी. नवल किशोर सिंह ने नये थानेदार के रूप में योगदान करने के बाद अपनी प्राथमिकता बताई और कहा कि उग्रवाद से लेकर क्राइम तक कंट्रोल करेंगे, अवैध खनन परिवहन पर अंकुश भी लगाने का काम करेंगे.
रिपोर्ट : विजय तिवारी