गिरिडीह: प्रतिभा सम्मान समारोह के समापन के बाद झारखंड के डुमरी विधायक जयराम महतो ने राज्य के विकास को लेकर अपने संकल्पों को दोहराते हुए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि जब तक शिक्षा को प्रोत्साहित नहीं किया जाएगा, तब तक उस झारखंड का निर्माण संभव नहीं है, जिसके सपने के साथ यह राज्य अलग किया गया था।
विधायक जयराम महतो ने कहा, “मैंने यह तय किया है कि अपने वेतन का 75 प्रतिशत हिस्सा पब्लिक सेक्टर में खर्च करूंगा। इस बार छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया है, अगली बार किसानों, महिलाओं या जरूरतमंद परिवारों की सहायता की जाएगी। यह निर्णय हर माह की जरूरत के अनुसार लिया जाएगा।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जो छात्र मैट्रिक या इंटर में असफल हो गए हैं और आर्थिक तंगी के कारण पढ़ाई छोड़ने की सोच रहे हैं, उन्हें भी सहायता प्रदान की जाएगी। “उनकी एक सूची बनवाई जा रही है ताकि उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित और समर्थित किया जा सके,” उन्होंने कहा।
बच्चों को संदेश देते हुए विधायक ने कहा, “आप पढ़ें, और पढ़कर आगे बढ़ें। शिक्षित युवा ही एक सकारात्मक समाज का निर्माण कर सकते हैं।”
कार्यक्रम में झारखंड के राज्यपाल महामहिम संतोष गंगवार की उपस्थिति पर उन्होंने कहा, “राज्यपाल की मौजूदगी हमारे लिए गर्व और ऊर्जा का स्रोत है।”
राज्य के सामाजिक-आर्थिक हालात पर टिप्पणी करते हुए विधायक ने कहा कि झारखंड की सबसे बड़ी चुनौती आर्थिक असमानता है। “जब तक एक वर्ग आर्थिक रूप से समृद्ध और दूसरा वर्ग आर्थिक रूप से शून्य रहेगा, तब तक वास्तविक विकास संभव नहीं है,” उन्होंने कहा। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों, नौकरशाहों और कॉर्पोरेट जगत से अपील की कि वे जनसेवा को अपने जीवन का मूल ध्येय बनाएं।
कार्यक्रम में विभिन्न संस्थानों के विज्ञापन और प्रेरक संदेश भी शामिल थे, लेकिन विधायक के इन सकारात्मक प्रयासों ने समारोह को एक नई दिशा दी।