Air India ने एयरएशिया इंडिया (Airasia india) के अधिग्रहण का प्रस्ताव दिया है.
Highlights
टाटा के स्वामित्व वाली इस एयरलाइन ने इसके लिए CCI से अनुमति मांगी है.
टाटा संस ने कॉम्पटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) से मांगी गई मंजूरी में
कहा है कि प्रस्तावित संयोजन से प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में कोई बदलाव नहीं होगा
या भारत में प्रतिस्पर्धा पर कोई उल्लेखनीय प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा.
एविएशन बिजनेस के लिए टाटा ग्रुप की बड़ी पहल
टाटा ग्रुप (Tata Group) एक पूर्ण विमानन सेवा विस्तारा का
संचालन भी करती है जो सिंगापुर एयरलाइंस के साथ जॉइंट वेंचर में जारी है.
टाटा ग्रुप अब एयर एशिया को भी अपने एविएशन बिजनेस के
तहत लाना चाहता है और इस सेगमेंट को मजबूती देना चाहता है.
सौदों के लिए सीसीआई की मंजूरी लेना जरूरी
सीसीआई के पास दायर एक नोटिस में कहा गया है कि प्रस्तावित संयोजन एअर इंडिया लिमिटेड (एआईएल) द्वारा एयरएशिया (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड की पूरी इक्विटी शेयर पूंजी अधिग्रहण करने से जुड़ा हुआ है. ऐसा करने की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि एक तय सीमा से ज्यादा हिस्सेदारी वाले सौदों के लिए सीसीआई की मंजूरी लेना जरूरी है.
एयर इंडिया का स्वामित्व टाटा के पास
एअर इंडिया (Air India) और इसकी सहायक इकाई एयर इंडिया एक्सप्रेस को पिछले साल टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड ने अपने हाथों में लिया है.
2014 में शुरू की थी उड़ानें
एयर एशिया इंडिया ने जून 2014 में उड़ानें शुरू की थी और कंपनी देश में हवाई यात्री सेवाएं, एयर कार्गो परिवहन और चार्टर उड़ानें उपलब्ध करा रही है.
एयर एशिया इंडिया की 83.67 फीसदी हिस्सेदारी टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड के पास है और बाकी हिस्सेदारी मलेशिया के एयर एशिया ग्रुप का हिस्सा एयर एशिया इंवेस्टमेंट लिमिटेड (एएआईएल) के पास है. फिलहाल, दोनों कंपनियां साथ में इसका ऑपरेशन कर रही हैं. यह कंपनी किसी भी अंतरराष्ट्रीय उड़ान का हिस्सा नहीं है.